गुरुवार को आजसू पार्टी पूर्वी सिंहभूम जिला समिति के नेतृत्व में आम बगान (सुभाष मैदान) से न्याय मार्च यात्रा का शुभारंभ हुआ जो जिला मुख्यालय पर पर प्रदर्शन के रूप में तब्दील हुआ और फिर बक्ताओ द्वारा अपने अपने विचार रखे गए।
यात्रा का नेतृत्व पार्टी के जिला अध्यक्ष कन्हैया सिंह ने करते हुए बताया की सरकार के होडिंग में लिखा हुआ दिखता है की हेमंत है तो हिम्मत है लेकिन ये हिम्मत लूट खसोट और युवाओं के भविष्य को छलने और धोखा देने का है ये हिम्मत युवाओं के रोजगार को समाप्त करने और बेरोजगारी भत्ता की घोषणा कर विलुप्त करने में है इसलिए कहते है की ये हेमंत है तो ही दिक्कत है ।
बतौर अतिथि न्याय यात्रा में शामिल हुए राज्य के पूर्व मंत्री सह पार्टी के केंद्रीय प्रधान महासचिव रामचंद्र सहिस ने कहा की हमारा मकसद यहाँ धरना प्रदर्शन करने का नही है , हम तो मुख्यमंत्री द्वारा किए चुनावी वादे जो सदन में और चुनावी घोषणाओं में किये गए है बस उन्ही को याद दिलाने आए है की मुख्यमंत्री जी आपने जो वादे किए थे बस उन्ही को पूरा कर दीजिए ,आखिर कौन सा विडंबना है की राज्य के युवा सड़को पर अपने अधिकार को लेकर संघर्ष करते है और आप उनके बातो को सुनने के बजाय उन्ही पर लाठियां बरसा रहे है इसलिए इस राज्य के युवा आपको सत्ता से उखाड़ फेंकने को तैयार है ।
जिला प्रभारी सह केंद्रीय सचिव प्रो रवि शंकर मौर्या ने बताया की राज्य के मुखिया हिटलरशाही पर उतर गए है उन्हे इतना भी ज्ञान नहीं है की जनता द्वारा चुनी सरकार से सेवा करने का राज्य की जनता की सेवा करने का अवसर मिला है लेकिन आपने तो हर क्षेत्र में लूट मचा रखी है स्थानीय नीति और नियोजन नीति बनाने में आपकी बेबसी साफ झलक रही है लेकिन प्रचार प्रसार और जनता की आवाज दबाने में आप सबसे आगे निकल गए है आपके कार्य प्रणाली से राज्य अवगत हो चुकी है इसलिए आपके प्रशासनिक अधिकारी बेलगाम हो चुके है उन्हे जनप्रतिनिधियों के भावनाओ से खिलवाड़ करने की छूट दे रखे है एसी हिटलरशाही व्यवस्था आजसू कतई बर्दाश्त नहीं करेगी ।
न्याय मार्च में शामिल नेताओं ने सरकार से सात सूत्री मांग की जिनमे राज्य में अविलंब खतियान आधारित नियोजन नीति बनाकर रिक्त सभी सरकारी पदों को भरा जाये , साथ ही रोजगार सृजन के सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं, जिससे बेरोजगारों में व्याप्त निराशा और हताशा दूर हो l झारखंड में जातीय जनगणना निहायत जरूरी है। पिछड़ा आरक्षण तय करने के लिए भी यह मजबूत आधार है अतः जल्द से जल्द जातीय जनगणना करवाई जाये l जो जातियां अनुसूचित जनजाति की सूची में थे, उन्हें पुनः अनुसूचित जनजाति में शामिल करते हुए सरना धर्म कोड लागू किया जाये l झारखंड खनिज संपदा से परिपूर्ण प्रदेश है। लेकिन बड़े पैमाने पर संसाधनों की लूट से इस राज्य का विकास अवरूद्ध हो रहा है और अराजकता का वातावरण है। राज्य की छवि लगातार खराब हो रही है। शासन-प्रशासन इस मामले में ईमानदार और पारदर्शी कदम उठाए । युवा नेता आकाश सिन्हा सैकड़ो युवाओं संग सुदेश महतो के मुखौटा लगा और हाथो में सरकार विरोधी नारों के साथ शामिल हुए
न्याय मार्च यात्रा में केंद्रीय सचिव चंद्रगुप्त सिंह, प्रणव मजूमदार, सागें हंसदा, जिला अध्यक्ष कन्हैया सिंह, जिला कार्यकारी अध्यक्ष फणिभूष्ण महतो, संजय मालाकार, बुद्धेश्वर मुर्मू, राजेश कर्मकार, संतोष सिंह, संजय सिंह, कमलेश दुबे, अप्पू तिवारी, दीपक अग्रवाल,मुन्ना सिंह, प्रमोद सिंह, सोमू भौमिक, अजय सिंह बब्बू, बुल्लू रानी सिंह सरदार, आकाश सिन्हा, अशोक मंडल, ललन झा, चंद्रेश्वर पांडेय, मानिक महतो, निरंजन महतो, देवाशीष चौधरी, शैलेंद्र सिन्हा, मृत्युंजय सिंह मनोज ठाकुर, के आलवे जिला के सभी मंडल के अध्यक्ष अपने पूरी टीम के साथ जिले के सभी प्रखंड अध्यक्ष अपने पूरी टीम के साथ के साथ सभी अनूसंगी इकाई के सभी पदाधिकारी जैसे छात्र मोर्चा, महिला मोर्चा, पिछड़ा महासभा, अनुसूचित जाति महासभा, अनुसूचित जन जाति महासभा, बुद्धजीवी महासभा, व्यापार एवम उद्योग महासभा, के अलावे आजसू के सभी कार्यकर्ताओं लगभग हजारों की संख्या में उपस्थित रहे ।