जमशेदपुर: अनुसूचित जाति मछुआ समाज की एक जागरुकता बैठक सोनारी में हुई। बैठक में सोनारी थाना कांड संख्या 148/2021, पॉक्सो एक्ट केस संख्या 67/2021 में नामजद टीपू मछुआ को निर्दोष बताते हुए मामलो को लेकर चर्चा की गई। कहा गया कि टीपू मछुआ को एक साजिश के तहत जेल भेज गया था। समाज सेवक दुखू मछुआ ने बैठक में मौजूद समाज के लोगों को जानकारी देते हुए बताया कि 2021 में टीपू मछुआ और उसकी पत्नी के बीच पारिवारिक विवाद था। इसकी जानकारी महिला संगठन के यशोदा बाई नामक महिला को हुई तो पत्नी को बरगलाकर एक साजिश के तहत टीपू को अपनी ही बच्ची के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगाकर जेल भेजवा दिया।
हालांकि, न्यायालय की सुनवाई में टीपू को निर्दोष बताते हुए बरी कर दिया गया। इसके बाद पूरे मामले का पर्दाफाश हुआ। दुखु ने पूरे घटनाक्रम की निंदा करते हुए लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि लोग अपने पारिवारिक समस्या समाधान समाज के लोगों के बीच रखकर इसका निदान करें। उन्होंने ऐसे किसी भी व्यक्ति के बहकावे में न आने को कहा, जिससे पारिवारिक समस्या उत्पन्न हो।