परमाणु उर्जा केन्द्रीय विद्यालय जादूगोड़ा में अध्ययनरत विद्यार्थियों को आठवीं के बाद विद्यालय प्रबंधन द्वारा नए सिरे से विद्यालय में दाखिला लेने का फरमान मिलने के बाद बच्चों के भविष्य को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है . हालाँकि विगत सोमवार को बच्चों के अभिभावकों के साथ विद्यालय के प्राचार्य से मिलने गए पूर्व जिला परिषद् सदस्य बाघराय मार्डी ने इस दिशा में पहल की थी मगर विद्यालय प्रबंधन द्वारा उन्हें बताया गया की केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा केवल आठवीं कक्षा तक ही आरटीई के तहत कमजोर वर्ग के बच्चों को विद्यालय में पढ़ाने की अधिसूचना जारी है जिसका पालन करते हुए ही उन्हें नौवीं कक्षा में नए सिरे से दाखिला करवाने को कहा गया है . इसमें विद्यालय प्रबंधन के हाथ में कुछ भी नहीं है .
इसके बाद मामले का हल नहीं निकलता देख बुधवार को पुनः बाघराय मार्डी यूसिल प्रबंधन के पास बच्चों के दाखिले का दायरा बढ़ाने की मांग को लेकर पहुंचे और उन्होंने यूसिल प्रबंधन से इस दिशा में पहल करने की मांग की . ताकि प्रभावित 28 बच्चों का भविष्य खराब नहीं हो . इस सम्बन्ध में हुई वार्ता में यूसिल प्रबंधन की ओर से कम्पनी के महाप्रबंधक संजय कुमार शर्मा शामिल हुए और उन्होंने अभिभावकों की मांगो को ध्यानपूर्वक सुना . बाघराय मार्डी के अनुसार उन्होंने यूसिल प्रबंधन से मांग किया है की आरटीई के नियम को परे रखकर आर्थिक रूप से कमज़ोर बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखकर उन्हें सीएसआर फण्ड से सहायता उपलब्ध करवाते हुए उनका दाखिला नियमित रहने दें . क्योंकि सभी लोग खनन प्रभावित क्षेत्र से आते हैं . उन्होंने कहा की इस बात पर यूसिल प्रबंधन ने भी अनौपचारिक रूप से सहमति जताई है। पर अभी तक इस सम्बन्ध में लिखित नहीं दिया गया है . इसके लिए फिर एक बार प्रबंधन से निर्णयात्मक वार्ता करेंगे . अगर फिर कोई समाधान नहीं निकला तो फिर आगे की रणनीति तैयार कर आन्दोलन का रास्ता अख्तियार किया जायगा . मगर बच्चों का भविष्य खराब नहीं होने देंगे .