गीता कोड़ा ने कहा, लोकतंत्र की हत्या करना चाहता है विपक्ष, चुनाव आयोग से होगी शिकायत
K. Durga Rao
झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिला स्थित गम्हरिया प्रखंड में आज संपर्क अभियान के दौरान सिंहभूम की भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा को ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। संपर्क अभियान के क्रम में गीता कोड़ा अपने समर्थकों के साथ जैसे ही गम्हरिया प्रखंड के मोहनपुर गांव पहुंची, स्थानीय ग्रामीणों ने उनका विरोध शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने वहां हंगामा शुरू कर दिया और लोगों की भारी भीड़ जुट गई। इस दौरान स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंची और लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग कुछ भी समझने को तैयार नहीं थे।
इतना ही नहीं ग्रामीण महिलाओं ने भाजपा की कुछ महिला नेत्रियों के साथ धक्का मुकी भी की। इस दौरान दोनों तरफ से जमकर बल प्रयोग हुआ, लेकिन चूंकि ग्रामीण महिलाएं काफी संख्या में थीं, इसलिए दूसरे लोगों को बीच-बचाव में आना पड़ा। मामले की जानकारी मिलते ही कई थाना प्रभारी के साथ ही एसडीपीओ भी मौके पर पहुंचे और किसी तरह लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया गया।
स्थानीय लोगों का कहना था कि यह गांव इंडिया गठबंधन समर्थकों का है। ग्रामीणों का कहना था कि यहां भाजपा प्रत्याशी के आने की जरूरत नहीं है। इस विरोध के बाद गीता कोड़ा ने अपना जनसंपर्क रोक दिया है। इस दौरान भाजपा नेता गणेश महाली, रश्मि साहू, अमित सिंहदेव, राकेश सिंह, मनोज तिवारी, स्वप्निल सिंह, निरंजन मिश्रा सहित गम्हरिया एवं आरआईटी मंडल के दर्जनों भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे।
हालांकि, बाद में घटना के संबंध में स्थानीय लोगों ने कहा कि गांव में मांझी बाबा सर्वोपरि होते हैं और बिना उनकी अनुमति के कुछ लोग गांव में प्रवेश कर गए। उन्होंने ग्रामीण युवकों के साथ धक्का मुकी की और धनुष भी तोड़ दिया।
वहीं सांसद और भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा ने कहा कि हमलोग अनुमति लेकर ही जनसंपर्क कर रहे थे। इस दौरान हर जगह कुछ लोग विरोध कर रहे थे। बाइक सवार कुछ लोग विरोध में नारेबाजी कर रहे थे। पहले से प्लानिंग के साथ ही विरोध किया गया। कुछ ऐसे लोग थे, जो बात करने के लिए नहीं, बल्कि विरोध करने के लिए आए थे। प्रशासन को सूचना देने के बाद करीब डेढ़ घंटे देर से पहुंची। यह घटना दिखाती है कि विपक्ष को लोकतंत्र पर भरोसा नहीं है और वे लोग लोकतंत्र की हत्या करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मामले में एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही चुनाव आयोग से भी शिकायत की जाएगी।