जमशेदपुरः मनपीटा गांव में मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर का निर्माण होना है। इसके लिए जमीन अधिग्रहण की कवायद चल रही है। इसे लेकर आज अचंल कार्यालय द्वारा वहां चिपकाई गई नोटिस में खाता नंबर 173 और प्लाट नंबर 388, 49 और 395 की जमीन को झारखंड सरकार को स्थानांतरित करने की बात कही गई है। मामले में 17 मई तक आपत्ति दर्ज कराने को कहा गया है।
इसे लेकर आज मनपीटा गांव में ग्राम प्रधान रामचरण कर्मकार की अध्यक्षता में ग्राम सभा की बैठक हुई। बैठक में हुरलंग पंचायत की मुखिया, पंचायत समिति सदस्य, वार्ड सदस्य सहित अन्य उपस्थित हुए। उक्त बैठक में ग्राम सभा द्वारा सर्वसम्मति से यहगांव में हैवी व्हीकल मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर के निर्माण का विरोध किया गया। कहा गया कि प्लॉट संख्या 388, 49, 395 भूमि पर गोट टांड (देवस्थल), जाहेरथान का जमीन, गोचर भूमि ग्राम सभा की सामुदायिक जमीन है। अंचलाधिकारी कार्यालय से सर्वसाधारण के नाम से जो नोटिस जारी किया गया है वह नोटिस पेसा कानून 1996 का उल्लंघन है। क्योंकि यह चिट्ठी पारंपरिक ग्रामसभा मनपिटा के नाम से निर्गत होनी चाहिए थी।
ग्राम सभा में उपस्थित लोगों ने बताया कि उक्त जमीन को उनके बाप दादाओं ने अपने खून पसीने से सींचा है। उक्त जमीन पर समुदाय का जाहेर थान, तीन सार्वजनिक तालाब, खेल का मैदान समेत गोट पूजा स्थान भी है। साथ ही बीच-बीच में ग्रामीणों की कई एकड़ रैयती जमीन भी है। इसलिए इस स्थल पर किसी भी हाल में ट्रेनिंग सेंटर बन ही नहीं सकता है, लेकिन जिला प्रशासन कानून को ताक पर रखकर अपनी जिद पर अड़ा है।
मौके पर ग्राम प्रधान रामचरण कर्मकार, मुखिया लीना मुंडा, पंचायत समिति सदस्य सुमित्रा देवी, वार्ड सदस्य रानीता सोरेन, लक्ष्मण लोहार, प्रभाकर हंसदा, छोटू गागराई, सुफल महतो, धनंजय महतो, मनसु महतो, बादल हांसदा, मंगल सोरेन, शीतला महतो, पूजा कर्मकार, संगीता महतो, मनीला माहतो, पिंकी हो, चांदमोनी हो, बबीता महतो, रेनूका महतो, कल्पना महतो, साकरा मुर्मू, रोशनी गागराई, मदन महतो, फनी महतो, कृष्णा लोहार, सोमनाथ पड़िया, डेमका सोय, दीपक रंजीत, लखन, मोतीलाल कर्मकार आदि सहित ग्रामवासी भी उपस्थित थे।