Mohit Kumar
दुमका : एक तरफ पूरे देश में स्वच्छता को लेकर अभियान चल रहा है। सभी शहर और जिले अपनी रैंकिंग सुधारने में लगे हैं, लेकिन झारखंड के सीएम और कृषि मंत्री के गृह जिला के सरकारी कार्यालय ही स्थिति को शर्मसार करने में लगे हैं।
कृषि मंत्री बादल पत्रलेख व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के गृह जिले में पदाधिकारियों का रुतबा काफी टाइट है, भले ही कार्यप्रणाली और व्यवस्था में वे टांय-चांय फिस्स हों। यहां के जिला भूमि सर्वेक्षण विभाग में कार्यालय के अंदर ही गंदगी है। पदाधिकारियों का चैंबर अंदर से पूरी तरह चमक रहा है, लेकिन कार्यालय के दूसरे हिस्से में गंदगी का अंबार लगा है, लेकिन उसे देखने वाला कोई नहीं है।
विभाग के कार्यालय में प्रवेश करते साथ ही दूसरी और गंदगी नजर आती है, जो यहां की व्यवस्था को मुंह चिढ़ाती प्रतीत हो रही है। इस संबंध में जब जिला कृषि पदाधिकारी सह जिला भूमि सर्वेक्षण पदाधिकारी से पूछा गया तो इसका जवाब देने की बजाय उन्होंने बाहर चले जाने को कहा।
इतनी ही नहीं कार्यालय में हर वक्त असामाजिक तत्वों का भी जमावड़ा लगा रहता है। यही नहीं पूर्व में हुए बीज घोटाले के संबंध में पूछे जाने पर भी इन्होंने कोई जानकारी देने से इंकार कर दिया।