जमशेदपुर के अधिवक्ता चंदन चौबे की गिरफ्तारी के विरोध में तथा अधिवक्ता सुरक्षा कानून लागू करने की मांग को लेकर घाटशिला बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने शनिवार को काला बिल्ला लगाकर बार भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. इस मौके पर झारखंड बार काउंसिल की सदस्य सह झारखंड महिला अधिवक्ता उत्पीड़न प्रकोष्ठ की अध्यक्ष रिंकू भगत भी उपस्थित रहीं. उन्होंने कहा की जमशेदपुर पुलिस प्रशासन के द्वारा जिस प्रकार से अधिवक्ता चंदन चौबे को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है वह गलत है.इसके बाद उन्होंने घाटशिला बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं के साथ बैठककी जिसमे इस मामले में अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया .
अधिवक्ताओं ने कहा की चन्दन चौबे अपना काम कर रहे थे वो अपने क्लाइंट की ड्राफ्टिंग कर उन लोगों के साथ ज्ञापन सौंपने एसएसपी कार्यालय गए थे. उस दौरान उन्हें भी पकड़ कर हाजत में बंद कर दिया गया तथा बाद में हथकड़ी लगाकर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया . यह कहीं से भी उचित नहीं है. अधिवक्ताओं ने एक स्वर में सरकार से जल्द से जल्द झारखंड में अधिवक्ता सुरक्षा कानून लागू किए जाने की मांग की है. इसके साथ ही ऐसे पुलिस पदाधिकारी पर सख्त कार्रवाई करने की भी मांग की है जिसने अधिवक्ता के कार्य में बिना वज़ह दखल अंदाजी की है.
घाटशिला बार एसोसिएशन के महासचिव बबलू मुखर्जी ने कहा कि यही हाल रहा तो काम करना मुश्किल हो जायगा इसलिए अधिवक्ताओं की सुरक्षा एवं हित के लिए सभी अधिवक्ता एकजुट होकर इस कारवाई का विरोध कर रहे हैं और अभी यह चलता रहेगा . इस अवसर पर अजीत कुमार, कृष्णा रावत, सुरेश सिंह, ज्योर्तिमय पाल, रामा प्रसाद मुखर्जी, विश्वजीत दे, डीएन भगत, शैलेश सिंह, दीप्ति सिंह, सुदीप्तो अधिकारी सहित बार के अन्य अधिवक्ता उपस्थित थे.