जादूगोड़ा : यूरेनियम कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड जादूगोड़ा के सभा कक्ष में एक संवाददाता सम्मलेन आयोजित कर कम्पनी के महाप्रबंधक संजय कुमार शर्मा ने कंपनी का पक्ष मीडिया के सामने रखा। उन्होंने विगत दिनों अलग – अलग माध्यमो, संगठनों द्वारा कंपनी के ऊपर लगाये गए सभी आरोपों को सिरे से ख़ारिज करते हुए कहा की इनका कोई आधार नहीं है कंपनी नीति – नियमों के तहत संचालित की जा रही है। जहां गलतियां दिखाई दी वहां कठोर कारवाई हुई है। गलतियों में संलिप्त लोग जेल भी गए हैं। वर्तमान में कम्पनी के सीएमडी और मेरे ऊपर जो भी आरोप लगाये गए हैं। ये सभी शिकायत कंपनी के उस अधिकारी द्वारा दुर्भावना से प्रेरित होकर किये गए हैं जिनके ऊपर कंपनी की सतर्कता विभाग ने जांच कर गलती पाए जाने पर कठोर कारवाई की थी। स्वयं पर लगे हुए सभी आरोपों को हास्यास्पद बताते हुए उन्होंने कहा की सभी आरोपों की जांच चाहे किसी भी जांच एजेंसी से करवा ली जाये किसी को कुछ भी नहीं मिलेगा। इसके लिए तीन थैलों में भरकर वे सभी आरोपों से सम्बंधित दस्तावेज भी साथ लाये थे।
कम्पनी के सीएमडी के आप्त सचिव सुरोजीत दास को लगातार प्रमोशन दिए जाने और उनके संबंधिधियों को क्रमवार नौकरी दिए जाने के सम्बन्ध में संजय कुमार शर्मा ने कहा की सुरोजीत दास को सारे प्रमोशन कम्पनी के नीति नियमो के तहत दिए गए हैं। इसके अलावा जहां तक उनके संबंधियों को नौकरी दिए जाने की बात है तो सभी लोगों को कम्पनी की विस्थापन और पुनर्वास नीति के तहत ही नौकरी दी गयी है. सुरोजीत दास पहले कम्पनी सचिव के आप्त सचिव हुआ करते थे बाद में उनकी योग्यता के आधार पर उन्हें तत्कालीन सीएमडी रामेन्द्र गुप्ता का आप्त सचिव बनाया गया उसके बाद दिवाकर आचार्य और फिर वर्तमान सीएमडी चंद्रू कुमार असनानी के आप्त सचिव के रूप में उन्हें पदस्थापित किया गया है। जहां तक उनके खिलाफ केन्द्रीय सतर्कता आयोग द्वारा जांच करने की बात है तो ऐसी कोई भी जांच उनपर आयोग द्वारा नहीं चल रही है और न ही जो कम्पलेन नंबर प्रचारित किया जा रहा है उसके तहत कोई शिकायत आयोग के पास दर्ज है। इसी पुष्टि आयोग के अधिकारीयों ने की है। उन्होंने कहा की वह भी यूसिल के सतर्कता अधिकारी रह चुके हैं और इस नाते उन्हें ये पता है की सीवीसी की शिकायत नियमावली में E -8 लेवल से नीचे के किसी भी अधिकारी की सीधे शिकायत नहीं की जा सकती है। सुरोजीत दास उस लेवल के अधिकारी नहीं हैं।
राजस्थान में जल्द खुलेगा परमाणु संयंत्र
संजय कुमार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया की राजस्थान के सीकर में जल्द ही एक नया परमाणु संयंत्र खुलने जा रहा है . इसकी प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसके लिए पानी राजस्थान के नगर निगम द्वारा उनका वेस्ट वाटर को ट्रीटमेंट करके उपयोग में लाया जायगा।
इसके अलावा यूसिल में यदि ऑन डयूटी किसी कर्मचारी की मौत होती है तो उनके परिवार से उस अवधि तक आवास खाली नहीं करवाया जायगा जबतक उनकी सेवा अवधि बची हुई थी . उनको मेडिकल, शिक्षा, सहित सभी सुविधाएँ भी उनके परिजनों को मिलती रहेगी। ऐसा नियम अभी एक दो को छोड़कर किसी भी संस्थान में नहीं है। यूसिल ने इसे लागु कर दिया है। इसके अलावा यूसिल के जर्जर आवासों की मरम्मत के लिए मेकॉन सहित अन्य कम्पनियों से प्रस्ताव माँगा गया है जल्द ही इसमें भी काम शुरू हो जायगा. जहाँ तक सीएमडी का मुंबई में रहने की बात है तो वो परमाणु उर्जा विभाग का बोर्ड तय करता है की कम्पनी के संचालन के लिए किस तरह का नियमन किया जाये।
ठेका मजदूरों की कार्यावधि के दौरान मौत हो जाने के मामले में उन्होंने कहा की सेल कम्पनी द्वारा ऐसे केस में नौकरी दी जा रही है। इस बात का ध्यान विभाग की ओर आकृष्ट करवाते हुए वर्तमान में ऐसे मृतक के आश्रितों को तत्काल अस्थाई नियोजन दिया जा रहा है। स्थाई नौकरी के लिए प्रस्ताव परमाणु उर्जा विभाग को भेज दिया गया है जल्द ही वहां से इससे सम्बन्धी आदेश आने की उम्मीद है। उसके बाद ठेका मजदूरों का ये मामला भी सुलझ जायगा।
कम्पनी की कार का दुरूपयोग करने संबंधी खुद पर लगे आरोपों पर संजय शर्मा ने कहा की कम्पनी की कार उन्होंने वापस नहीं की है विभागीय कार्य के लिए अभी भी उसका उपयोग किया जा रहा है। और कंपनी के काम से जब भी कहीं जाना हो तो वे जाते ही है। उसके लिए किलोमीटर की कोई बाध्यता नहीं है।
परमाणु उर्जा केंद्नीय विद्यालय के 11वीं और 12 वीं के बच्चों की शिक्षा
संजय कुमार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया की आरटीई के तहत 10वीं तक की पढाई कर चुके बच्चों की 11वीं और 12 वीं तक की पढाई के लिए कंपनी ने 14 लाख रुपयों के खर्चे की स्वीकृति दी है। उन्होंने कहा की वर्तमान में कंपनी काफी अच्छी स्थिति में चल रही है और भ्रष्टाचार संबंधी कोई भी शिकायत होती है तो उसकी शिकायत मिलने पर उसपर कारवाई की जाती है।
इस संवाददाता सम्मलेन में यूसिल के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ देवाशीष भट्टाचार्य, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मानस कुमार रजक, उपमहाप्रबंधक प्रभाष रंजन,बार्क जादूगोड़ा यूनिट के प्रभारी अधिकारी विवेकानंद झा,महाप्रबंधक मनोज कुमार, महाप्रबंधक एम के सिंगरी, उप -महाप्रबंधक आर के मिश्रा उपस्थित थे।