जमशेदपुर
कर्नाटक में स्कूली यूनिफॉर्म का विरोध करते हुए हिजाब पहनने को लेकर शुरू हुआ विवाद अब देश के दूसरे हिस्सों तक पहुंचने लगा है। इसे लेकर अब जमशेदपुर में भी विरोध प्रदर्शन की तैयारी की गई है और सभी इस्लामिक संगठनों और लोगों से इस विरोध में शामिल होने की अपील की गई है। यह अपील AIMSWF के बाबर खान ने की है।
इस विरोध-प्रदर्शन का आयोजन शुक्रवार 11 फरवरी को किया गया है। AIMSWF के बाबर खान ने कहा कि यह प्रदर्शन राइट टू फ्रीडम के तहत होगा। बाबर खान ने कहा कि अनुच्छेद-19 के तहत हर नागरिक को विचार और अभिव्यक्ति का अधिकार मिला है और इस के तहत 11 फरवरी को दिन के 1.30 बजे साकची गोलचक्कर के पास कर्नाटक सरकार के हिजाब विरोधी फरमान के विरोध में मुखमंत्री एस आर बोम्मई का पुतला दहन किया जायेगा।
बाबर सहित अन्य पर रासुका लगाने की मांग
इधर हिंदू जागरण मंच की अगुआई में शहर की कई हिंदूवादी संगठनों ने बाबर खान पर रासुका लगाने की मांग केंद्रीय गृह मंत्री से की है। इस मांग से संबंधित ज्ञापन गुरुवार को जिला उपायुक्त को समर्पित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय को अग्रेसित करने का आग्रह किया गया है। ज्ञापन में बाबर खान को अराजक और लोकशांति में बाधक बताया गया है। शहर में दंगा भड़काने, ईवीएम तोड़ने सहित उनके पूर्व के मामलों का भी ज्ञापन में जिक्र है। हिंदूवादी संगठनों का आरोप है कि जमशेदपुर में धार्मिक हिंसा भड़काने की मंशा से बाबर खान ने 11 फ़रवरी (शुक्रवार) को नमाज़ के बाद साकची गोलचक्कर पर मुस्लिम सामुदाय के लोगों को जुटने का आह्वान किया है ताकि कर्नाटक में चल रहे हिजाब और ड्रेस कोड विवाद की चिंगारी को जमशेदपुर में हवा दी जा सके। हिंदूवादी संगठनों ने बाबर खान, सरफराज हुसैन, मुजाहिदीन शाहिद खान, फारुक दिन अंसारी, शेख रफीकुल, शकील अनवर, मोहम्मद चांद, मुन्ना खान, अब्दुल बारी अंसारी के असामाजिक गतिविधियों पर अविलंब रोक लगाने को लेकर डीसी सहित एसएसपी को भी ज्ञापन समर्पित किया है, जिसमें हर हाल में शुक्रवार को हिजाब के समर्थन में प्रस्तावित विरोध कार्यक्रम रोकने की मांग की गई है। हिंदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष बलबीर मंडल के साथ इस मामले पर विश्व हिंदू परिषद, हिन्दू उत्सव समिति, सनातन उत्सव समिति, विश्व सनातन परिषद सहित कई संगठनें एकजुट है। संगठनों ने बाबर खान पर रासुका लगाने की मांग को समर्थन दिया है।