झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का नाम सेक्स स्कैंडल में आने के बाद सूबे की सियासत गर्मा गई है. इस मामले ने जहां विपक्षी पार्टी भाजपा को संजीवनी दे दी है, वहीं सत्तारूढ़ कांग्रेस और झामुमो की बोलती बंद है। विपक्षी दल बीजेपी के नेता लगातार सरकार और मंत्री पर हमलावर हैं। मंत्री जी अब सफाई दे रहे हैं। बहरहाल, मामले की जांच चल रही है। हालांकि, किसी नेता के सेक्स स्कैंडल को लेकर बवाल का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई नेताओं के नाम इस तरह के कांड में आ चुके हैं। एडवांस तकनीक के इस युग में इस प्रकार का चैट राजनीति और सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल करने का हथियार बनता जा रहा है।
ताजा मामले की बात करें तो मंत्री का एक युवती के साथ कथित सेक्स चैट ने सूबे की सियासत में भूचाल ला दिया है। झारखंड की राजनीति में यह शायद इस तरह का पहला मामला है। राज्य में खास तौर पर कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति में सेक्स प्रकरण किसी का सियासी करियर खत्म करने का सबसे मजबूत हथियार बन गई है। इस तरह के मामले सामने आने के बाद नेता का पद तो छिनता ही है साथ में सामाजिक प्रतिष्ठा भी कम हो जाती है। ऐसे में एक सवाल उभर कर सामने आ रहा है कि क्या बन्ना गुप्ता की राजनीति पर एक तरह का पूर्ण विराम लग सकता है? वैसे इसपर अभी संशय है और सभी की नज़रें पार्टी आलाकमान के फैसले पर टिकी हैं। कारण यह है कि पूर्व में झारखंड में कैश कांड में पकडे गए तीन विधायकों पर जिस तेजी से कारवाई हुई थी, इस मामले में वैसा कुछ भी नहीं है।
जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस का पुराना गढ़ है। इस विधानसभा से बन्ना की राजनीतिक महत्वकांक्षाएं पूरी होती रहीं हैं। कांग्रेस में संस्कारों और मर्यादा की बात पर सर्वाधिक ज़ोर दिया जाता है और हमेशा से ही कांग्रेस की ये कोशिश रहती है कि झारखंड में स्वच्छ छवि के ही मंत्री बने। य़ूं तो तकनीक के इस युग में साज़िश के तहत किसी की भी सेक्स वीडियो तैयार कर उसकी छवि धूमिल करने की संभावनाओं को नकारा नहीं जा सकता, लेकिन जो पार्टी सार्वजनिक जीवन में “लड़की हूं लड़ सकती हूं” की बात करती आई, उसके लिए इस तरह के आरोपों को भी नज़रअंदाज करना मुश्किल है।
वैसे कांग्रेस पार्टी के नेताओं का सीडी प्रकरण से पुराना रिश्ता रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और आंध्र प्रदेश के पूर्व राज्यपाल नारायण दत्त तिवारी का सेक्स स्कैंडल भी सुर्खियों में रहा था। तीन महिलाओं संग आपत्तिजनक काम करते हुए उनके आधे घंटे का एक वीडियो क्लिप तेलुगू चैनल प्रसारित किया गया था। इसके बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था. अभिषेक मनु सिंघवी की कथित सीडी भी इंटरनेट पर लीक हो गई थी. सीडी में सिंघवी एक महिला के साथ आपत्तिजनक अवस्था में दिख रहे थे। हालांकि इस पर कुछ देर के बाद रोक लगा दी गई थी।
वहीं राजनीतिक गलियारों में लोग इस बात पर चर्चा करने लगे हैं कि ऐसा मामला सामने आ जाने के बाद नैतिकता के आधार पर बन्ना गुप्ता को मंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर ट्वीट कर तीखा प्रहार किया है। श्री राय ने लिखा मंत्री बन्ना गुप्ता के साथ अश्लील चैट करने वाली महिला के बिरसा नगर ज़ोन 11 का गेट शाम 4 बजे खुला, 5 बजे वह अन्य 3 महिलाओं के साथ ह्वाइट वैगन-आर कार से कहीं निकल गई। यह भी कहा गया कि कार उस फर्नीचर हाउस का ड्राईवर छोटू चला रहा था, जिसमें वह काम करती है। पुलिस सक्रिय रहती तो वह युवती पकड़ में आ जाती।
भाजपा के गोड्डा लोकसभा के सांसद डॉक्टर निशिकांत दूबे ने बन्ना गुप्ता पर चुटकी लेते हुए ट्वीट किया लाख छुपाओ छुप न सकेगा राज इतना गहरा
बन्ना के दो आगे बन्नी, बन्ना के दो पीछे बन्नी बोलो कितने बन्नी? एक महिला प्रेस को कह रही है मेरा फ़ोटो ग़लत इस्तेमाल हुआ,बन्ना जी मेरे राखी भाई हैं,दूसरी महिला कह रही है मैं पति से बात कर रही थी, बन्ना को जानती नहीं ? मैं क्या बोलूँ, लाख छुपाओ छुप ना सकेगा राज इतना गहरा ?
वहीं, पुलिस द्वारा इस मामले की प्रोफशनल तरीके से हर एक बिंदु पर पूरी तरह से निष्पक्ष जांच की जा रही है। 2014 बैच के तेज तर्रार आईपीएस अधिकारी प्रभात कुमार की मामले पर नजर है। पूर्व में जमशेदपुर में बतौर सीटी एसपी काम कर चुके एसएसपी प्रभात कुमार शहर की आबो-हवा से भली-भांति अवगत हैं। पुलिस का यह भी कहना है कि किसी राजनीतिक पार्टी का कोई दबाव नहीं है।