Mohit Kumar
दुमका : दुमका में पेट्रोल पंप संचालक की मनमानी से लोग काफी त्रस्त हैं। दुमका को उप राजधानी का दर्जा तो मिल गया, लेकिन सुविधा के नाम पर जनता को कुछ भी नहीं मिल रहा है। आम जनता को शहर के प्रमुख पेट्रोल पंप में महीने में 20 दिन भी सही से पेट्रोल डीजल उपलब्ध नहीं रहता है। अब अगर नापतोल की बात करें तो, इसमें क्या पारदर्शिता बरती जा रहा है, इसकी जानकारी आम लोगों को कैसे मिलेगी, इस बारे में भी कुछ साफ नहीं है।
लोगों ने बताया कि दुमका में एक पेट्रोल कांड हुआ था, उसमें अंकिता नामक एक नाबालिग युवती की हत्या पेट्रोल डालकर कर दी गई थी। उसके बाद पेट्रोल पंप पर बोतल में पेट्रोल नहीं दिया जाता था। लेकिन अब फिर से वह सिलसिला शुरू हो गया है। इतना ही नहीं बिना हेलमेट पहने जाने वाले लोगों को भी पेट्रोल दिया जा रहा है।
पेट्रोल पंप के मैनेजर का कहना है कि अगर नापतोल को लेकर किसी तरह की समस्या है तो, आप बोतल पर सामने लेकर अपनी गाड़ी की टैंक में पेट्लोर डाल सकते हैं। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि पेट्रोल पंप संचालक किसी तरह मनमानी कर रहे हैं और नाप तौल के नाम पर बोतल में पेट्रोल दे रहे हैं। इससे आने वाले समय में दुबारा किसी घटना के होने से इंकार नहीं किया जा सकता।