जादूगोड़ा : पंचायत चुनाव प्रचार के अंतिम दिन उत्तरी ईचड़ा पंचायत में चुनाव प्रचार के लिए सभी आठों मुखिया प्रत्याशियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। जनसंपर्क यात्राओं के माध्यम से जनता के बीच जाकर सभी अपनी – अपनी प्राथमिकतायें गिनाने में लगे हैं l
वर्तमान में पूरे पंचायत में पूर्व उप मुखिया एवं वर्तमान मुखिया प्रत्याशी रवि उरांव मतदाताओं की पहली पसंद बनकर उभरे हैं। अपनी अपराध रहित स्वच्छ छवि और जनता के बीच लगातार रहने के कारण मतदाताओं का रुझान रवि उरांव की ओर है। वहीं अपनी जीत के लिए जोरदार प्रचार कर रहे मंजीत सिंह उर्फ़ लेदा को अपने पहले चुनाव में ही भारी संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है। इसका कारण उनपर पूर्व से दर्ज गंभीर अपराधिक मामले हैं, जिसे उत्तरी ईचड़ा पंचायत के मतदाता पचा नहीं पा रहे हैं।
उधर पूर्व मुखिया रेखा उरांव के प्रति लोगों में गहरा आक्रोश है। इसका कारण लगातार दस साल मुखिया रहने के बाद भी पंचायत के लोगों की उपेक्षा है। लोगों का आरोप है कि बिना कमीशन या रुपया लिए मुखिया रेखा उरांव ने कभी किसी का काम नहीं किया। शौचालय अधूरे पड़े हैं मगर संवेदक को भुगतान अग्रिम कर दिया गया है। इसके अलावा कई ऐसी योजनाएं हैं, जो कभी धरातल पर उतरी ही नहीं, केवल कागजों तक ही सिमट कर रह गयी। यही कारण है कि इस बार मतदाता रेखा उरांव को सबक सिखाने के मूड में हैं। बाकी सभी प्रत्याशियों ने चूंकि कभी भी जनता के बीच कोई भी काम नहीं किया है इसलिए दौड़ में उनका कहीं जिक्र ही नहीं है।
भाजपा नेता वर्धमान गुप्ता की समाज में काफी साफ़ सुथरी और ईमानदार छवि है। साथ ही कोरोना काल में क्षेत्र में उनके द्वारा निजी खर्चे से किये गए कार्यों और सेवा को लोग भूले नहीं हैं। अब वर्धमान गुप्ता ने रवि उरांव को समर्थन देने का एलान करके सभी को सकते में डाल दिया है। इसके लिए उन्होंने बाकायदा समर्थकों को साथ लेकर प्रत्याशी रवि उरांव के साथ मतदाताओं के घरों में डोर तो डोर जनसंपर्क किया और समर्थन की अपील की, जिसका सकारात्मक असर भी देखने को मिल रहा है। उत्तरी ईचड़ा पंचायत में कई महिला समूह वर्तमान में सक्रिय हैं, जिनका काफी बड़ा वोट बैंक है। इस महिला समूह का भी रवि उरांव को भारी समर्थन मिल रहा है। इसका नज़ारा पिछले दिनों आयोजित महिला समूहों की बैठक में तब देखने को मिला जब सभी महिलाओं ने एक स्वर से रेखा उरांव को हराने और रवि उरांव को जिताने का एलान किया।
रवि उरांव का कहना है कि जीतने के बाद पहला 100 दिन जनता के नाम रहेगा। पूरे पंचायत में घूम-घूम कर जन समस्याओं की सूची तैयार की जायगी और उसके बाद हर 15 दिनों में समीक्षा बैठक आयोजित कर संबंधित व्यक्ति को यह जानकारी दी जायगी की उनका काम कहां तक हुआ या फिर कोई कठिनाई आ रही है और फिर जैसा संभव होगा उन समस्याओं का निराकरण किया जायगा। उन्होंने कहा कि गांव की सरकार में सब संभव है, बस जरुरत है इच्छा शक्ति की।
वर्धमान गुप्ता ने कहा की जनसंपर्क यात्रा की सफलता और लोगों का अपार स्नेह यह बताता है कि रवि उरांव चुनाव जीत गए हैं, बस अब घोषणा होना बाकी है। इसके बाद उत्तरी ईचड़ा पंचायत को स्मार्ट पंचायत बनाया जायगा। पंचायत के लिए सरकार की जो भी योजनाएं होती हैं उन्हें मुखिया के माध्यम से धरातल पर उतरा जायगा।