जादूगोड़ाः भाजपा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश को शिकायती पत्र लिखकर एक दिन पहले ही भाजयुमो जादूगोड़ा मंडल अध्यक्ष पद से बर्खास्त हुए विक्रम सिंह एवं किसान मोर्चा के बर्खास्त मीडिया प्रभारी रोहित सिंह परमार एवं चंचल दास को मुसाबनी अंश -18 से जिला परिषद प्रत्याशी रही रुपाली सवैया ने अपनी हार की जिम्मेदार ठहराते हुए पार्टी से निष्काषित करने एवं इनकी प्राथमिक सदस्यता रद्द करने की मांग की है।
प्रदेश अध्यक्ष को किये गए शिकायत में रुपाली सवैया ने दोनों बर्खास्त नेताओं पर काफी गंभीर आरोप लगाये हैं।
अपनी शिकायत में रुपाली ने लिखा है कि वह मुसाबनी प्रकाह्न्द के प्रमुख के पद पर रह चुकी हैं और पिछले पांच वर्षों से पार्टी की सक्रिय कार्यकर्त्ता रही हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए उन्हें ग्रामीण भाजपा जिलाध्यक्ष सौरव चक्रवर्ती ने 19 अप्रैल को विधिवत भाजपा की सदस्यता दिला कर मुसाबनी अंश -18 से पार्टी समर्थित प्रत्याशी घोषित कर मंडल से बूथ स्तर तक के सभी कार्यकर्ताओं से समर्थन करने का आदेश दिया था। इस कार्यक्रम में रोहित सिंह परमार, विक्रम सिंह और चंचल दास भी कार्यकर्ताओं संग उपस्थित थे।
आगे कहा गया है कि चुनाव के लिए नामांकन के बाद से ही रोहित सिंह परमार, विक्रम सिंह एवं चंचल दास ने भीतरघात शुरू कर दिया और पार्टी की चुनाव के लिए की जा रही सभी योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारियां विरोधी प्रत्याशी लखी मार्डी और उसके पति जिला पार्षद बाघराय मार्डी को पहुंचाना शुरू कर दिया। ऐसे में विरोधी प्रत्याशी का सभी कार्यक्रम पहले होने लगा और पार्टी कार्यकर्त्ता और प्रत्याशी जी जान से परिश्रम करने के बाद भी पिछड़ते चले गए। इतना ही नहीं इन तीनों ने बाकायदा भाजपा पार्टी प्रत्याशी के विरोध में दुष्प्रचार करना भी शुरू कर दिया और रुपलोई को अनुभवहीन और अक्षम प्रत्याशी बताकर लखी मार्डी के पक्ष में काम किया। इसका परिणाम ये हुआ कि लगातार बढ़त बनाए रहने के बावजूद 380 वोटों के मामूली अंतर से वे चुनाव हार गयीं।
प्रदेश अध्यक्ष को लिखे गए शिकायत के अनुसार मतगणना के दिन जब रुपाली सवैयां 380 वोटों से चुनाव हार गयी तो रोहित सिंह एवं विक्रम सिंह ने उनके सामने विरोधी प्रत्याशी के साथ अबीर गुलाल उड़ाया और व्यंग्य कसते हुए उनसे मतगणना स्थल से निकल जाने को कहा। इस कारण पूरे जिले में पार्टी की छवि खराब हुई और अनुशासनहीनता का संदेश गया। इसके अलावा एक नारी का अपमान भी खुलेआम किया गया, जो निहायत ही शर्मनाक रहा।
रुपाली सवैया ने कहा कि जिलाध्यक्ष सौरव चक्रवर्ती ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से विक्रम सिंह को मंडल अध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिया है और रोहित सिंह परमार को भी किसान मोर्चा मीडिया प्रभारी के पद से बर्खास्त कर दिया गया है। मगर जिस प्रकार इन लोगों ने पार्टी को तोड़ने जैसा गंभीर अपराध किया है उसके लिए इन सभी लोगों को पार्टी से छह वर्षों के लिए निष्काषित करने एवं इनकी प्राथमिक सदस्यता तत्काल प्रभाव से रद्द करने की मांग की गयी है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग पार्टी में रहने लायक नहीं हैं। जल्द ही प्रदेश अध्यक्ष से मिलकर उन्हें सारी बातें विस्तार पूर्वक बता कर अपनी मांगों के कार्यन्वन की मांग करुंगी।
बहरहाल जिलाध्यक्ष के इस कड़े कदम की हर और सराहना हो रही है। जल्द ही कुछ और लोग भी सामने आयेंगे और उम्मीद है की बहुत से चौंकाने वाले तथ्य भी सामने आएंगे।l