सुमन कुमार/जामताड़ा
संथाल परगना के आयुक्त चंद्रमोहन कश्यप का मिजाज आज पूरी तरह सख्त था। कई अधिकारी निरीक्षण के लिए जामताड़ा पहुंचे कमिश्नर के कोप का भाजन बन गए। जामताड़ा के नाला प्रखंड मुख्यालय पहुंचे आयुक्त को प्रोटोकॉल के तहत गार्ड ऑफ ऑनर के बाद पदाधिकारियों ने गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया। इसके बाद आयुक्त सीधे नाला प्रखंड कार्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने विभिन्न सरकारी अभिलेखों तथा योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली।
निरीक्षण के दौरान आयुक्त चंद्रमोहन कश्यप कार्यों से असंतुष्ट दिखे। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व सूचना देने के बावजूद शिक्षा विभाग एवं सामाजिक सुरक्षा कोषांग की कोई रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई। इसके बाद आयुक्त ने गेडिया अंचल के बीईईओ पर प्रपत्र क गठित करने एवं सामाजिक सुरक्षा के प्रभारी प्रधान लिपिक को निलंबित करने का निर्देश दिया।
आयुक्त ने बताया कि काफी पूर्व से प्रखंड कार्यालय से संचालित कई योजनाओं से जुड़े 17 लाख का रजिस्टर गायब मिला, लेकिन इसपर अबतक ब्लॉक कार्यालय के तरफ से कोई कार्रवाई न होने पर नाराजगी व्यक्त की और बीडीओ कौशल कुमार को दोषियों के खिलाफ विभागीय एवं अपराधिक मामले के तहत जल्द से जल्द कार्रवाई करने का निर्देश दिए गए।
पीएम आवास में अपेक्षित प्रगति नहीं रहने पर उन्होंने अपनी गहरी नाराजगी प्रकट की। कहा कि अधिकारी ये मत समझें कि यह आपलोगों का पैसा है। सरकार का पैसा है, इस भावना से काम करें तभी काम होगा। उन्होंने बीडीओ को जल्द से जल्द पीएम आवास पूर्ण करने हेतु सभी को एक लक्ष्य देने तथा प्रतिदिन इसकी समीक्षा करने का निर्देश दिया, ताकि कार्य ससमय पूर्ण हो सके। एक महीने के अंदर अपेक्षित प्रगति नहीं होने पर संबंधित पर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया।
वहीं गेडिया अंचल के बीईईओ के आयुक्त के आने एवं बैठक की जानकारी पूर्व में होने के बावजूद वे बैठक में अनुपस्थित रहे। जब पुनः उन्हें फोन के माध्यम से सूचना दी गई तब से तीन घंटे बाद बैठक में तो पहुंचे लेकिर उनके पास अपने विभाग से संबंधित प्रतिवेदन नहीं था। आयुक्त द्वारा उनके विभाग से संबंधित जानकारी पूछे जाने पर स्पष्ट जानकारी भी नहीं दी गई। वहीं बीडीओ ने भी उनकी शिकायत की, कि बीईईओ अपने कार्यालय में कभी कभार ही आते हैं। जिस पर आयुक्त ने संबंधित बीईईओ के विरुद्ध कर्तव्य में लापरवाही बरतने, अनुशासनहीनता, कार्यालय से अनुपस्थित रहने के कारण प्रपत्र “क” गठित करने का निर्देश दिया।
वहीं सामाजिक सुरक्षा कोषांग के प्रभारी प्रधान लिपिक को 2 बार जानकारी देने के वाबजूद सामाजिक सुरक्षा के प्रतिवेदन अंतिम समय तक उपलब्ध नहीं करा सके। इस कारण आयुक्त ने बीडीओ को लिपिक को निलंबित करते हुए इसकी सूचना उन्हें देने का निर्देश दिया। निरीक्षण में आयुक्त के सख्त रुख को लेकर पदाधिकारियो एवं कर्मचारियों में हड़कंप मच गया।
इस अवसर पर डीडीसी अनिलसन लकड़ा, एसी सुरेंद्र कुमार, एसडीओ संजय पांडेय, संताल परगना के जनसंपर्क उपनिदेशक जुगनु मिंज, बीडीओ कौशल कुमार, सीओ सुनीता किस्कू, सीडीपीओ सविता कुमारी आदि उपस्थित थीं।