जमशेदपुर में गुरुवार को प्रशासन द्वारा अखाड़ा समिति का ट्रेलर जब्त करने के बाद आमने सामने आये जिला प्रशासन और अखाड़ा समितियों के बीच उत्पन्न हुए विवाद का अंततः समापन हो गया .शुक्रवार की देर शाम सात बजे सांसद विद्युत वरण महतो की अध्यक्षता में अखाड़ा समिति और प्रशासन के बीच बैठक हुई. एक घंटे चली मैराथन बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि बिना किसी रोकटोक के झंडा जुलूस निकाला जाएगा. बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए सांसद बिद्युत वरण महतो ने कहा कि विवाद का समापन हो गया है, जब्त ट्रेलर को छोड़ा जाएगा जो अखाड़ा समिति अभी जुलूस निकालना चाहें वो अभी निकाल सकते हैं और जो शनिवार को जुलूस निकालना चाहें वो शनिवार को जुलूस निकाल सकते हैं.
जमशेदपुर में गुरुवार को प्रशासन द्वारा अखाड़ा समिति का ट्रेलर जब्त करने के बाद आक्रोशित शहर के प्रमुख अखाड़ा समितियों ने जुलूस निकालने से मना कर दिया था. अखाड़ा समितियों का कहना था कि जब तक प्रशासन द्वारा जब्त ट्रेलर को नहीं छोड़ा जाता तब तक कोई भी अखाड़ा समिति जुलूस नहीं निकालेगी सांसद ने कहा कि सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुई बातचीत के बाद अखाड़ा समितियों की शर्तों को जिला प्रशासन ने मान लिया है. इसके बाद अखाड़ा समितियों द्वारा बुलाया गया शनिवार को जमशेदपुर बंद को वापस ले लिया गया है. इस मामले में , उपायुक्त विजया जाधव ने कहा कि अखाड़ा समितियों को जिस तरह से जुलूस निकलना है वे निकाल सकते हैं. इसके अलावा उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया.