Mohit Kumar
दुमका : झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी पोषण सखी संघ के बैनर तले प्रदेश अध्यक्ष मैन्युअल मुर्मू के नेतृत्व में दुमका उपायुक्त कार्यालय के समक्ष महाधरना का कार्यक्रम हुआ। इस दौरान पोषण सखियों ने थाली बजाकर सेवा वापस करने हेतु झारखंड सरकार को जगाने का काम किया। इस दौरान प्रदेश संरक्षक विजय कुमार ने कहा कि 2016 में रघुवर दास की सरकार के द्वारा कुपोषण को दूर करने के लिए पोषण सखी का नियुक्ति की गई थी, परंतु हेमंत सरकार आते ही पोषण सखी की सेवा को समाप्त कर दिया गया। प्रदेश उप संरक्षक विद्यासागर मंडल ने कहा कि पोषण सखी के साथ झारखंड सरकार का रवैया ठीक नहीं है।
प्रदेश सलाहकार समिति सदस्य बच्चू मंडल ने कहा कि लगातार पोषण सखी आंदोलन कर रहीं हैं, परंतु सरकार सुन नहीं रही है। प्रदेश अध्यक्ष मैन्युअल मुर्मू ने कहा कि पोषण सखी की सेवा झारखंड सरकार को तुरंत वापस करना चाहिए, जो नहीं की जा रही है। हम लोग लगातार आंदोलन कर रहे हैं। इसके तहत ही आज ताली बजाओ सरकार जगाओ आंदोलन किया गया। जिला कोषाध्यक्ष माहेश्वरी मुर्मू ने कहा कि हम लोग गोल बंद होकर अपनी आवाज को बुलंद करेंगे।
प्रखंड अध्यक्ष सुनीता मुर्मू ने कहा कि पोषण सखी की सेवा समाप्त हो जाने से काफी कठिनाई हो रही है।
गोपी कंदर प्रखंड अध्यक्ष सुषमा हेंब्रम ने कहा कि पोषण सखी की सेवा समाप्त होने के कारण उन्हें अपना परिवार चलाने एवं अपने बाल बच्चों की पढ़ाई लिखाई में काफी तकलीफ हो रही है। वहीं दुमका प्रखंड अध्यक्ष बेबी मरांडी ने कहा कि पोषण सखी का सेवा सरकार को वापस करना चाहिए।
प्रखंड सचिव सावित्री मरांडी ने कहा कि पोषण सखी को सेवा से हटा देने के बाद उनका काफी कठिनाई हो रही है। काठीकुंड प्रखंड कोषाध्यक्ष रोजबेला मुर्मू ने कहा कि सरकार को चुनाव से पहले अविलंब पोषण सखी की सेवा वापस करनी चाहिए। निराली जामा प्रखंड कोषाध्यक्ष निराली मरांडी ने कहा कि हम सभी झारखंड के मूल वासी हैं, ऐसे में हमारी सेवा सरकार को तुरंत वापस करना चाहिए। रामगढ़ प्रखंड अध्यक्ष पिंकी कुमारी ने कहा कि झारखंड सरकार हमलोगों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है।
आज के इस धरना कार्यक्रम में आशा लता सोरेन, सरस्वती देवी, बाहामनी हांसदा, वैजयंती किस्कू, पुष्पा हांसदा, मालती हेंब्रम, मेरी नीला हांसदा, सदोरी सोरेन, सीमा मरांडी, मिशीलता, सोनामुनी मुर्मू, अमृता सिंह, पिंकी कुमारी, उर्मिला मंडल, चांदनी देवी, संगीता किस्कू आदि सैकड़ों की संख्या में पोषण सखी उपस्थित थीं।