चाईबासा – चक्रधरपुर प्रखंड अंतर्गत रु -36,22,073 /- की लागत वाली जामिद मध्य विद्यालय के चार अतिरिक्त वर्ग कक्षा भवन निर्माण का कार्य चाईबासा भवन प्रमंडल के द्वारा जिला खनिज विकास निधि से निविदा के जरिये अमित राज रंजन नामक एक निविदाकर्ता को विगत 16 अक्टूबर 2021 को आवंटित हुआ था ,जिसके आधार पर निविदिकर्ता ने नियम एवं शर्तो का अनुपालन करते हुए निविदाकर्ता रंजन नामक ने कार्य को शत: प्रतिशत पूर्ण कर दिया है , दरसल जिला खनिज विकास निधि से बनने वाले सभी विकास योजनाओं में कार्यकारी विभाग के अलावे किसी अन्य जाँच पदधिकारी से अंतिम जाँच करवाने का नियम है तथा DMFT सेल को अंतिम जाँच प्रतिवेदन प्राप्त होने के बाद ही निविदा के शेष 25% फीसदी राशि भुगतान करने का प्रावधान है !
इस मामले में निविदाकर्ता अमित राज रंजन का कहना है कि नियमानुसार इस योजना मद में 25% राशि लगभग रु-900000 /- बकाया है , एवं इसे लेकर विगत 16 अगस्त को चक्रधरपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कुमार सिन्हा को जाँच करने का पत्र प्राप्त हुआ था ,एवं अमित राज रंजन ने अपने आर्थिक तंगी का हवाला देकर BDO पर जाँच की आड़ में निजी स्वार्थ साधने के आरोप लगाते हुए उनपर कार्यवाई करने को लेकर जिले के उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा है !
शिकायत मिलने के उपरांत मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले के उपायुक्त अनन्य मित्तल ने पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत जिला खनिज विकास निधि से बनने वाली योजनाओं के सभी लंबित जाँच प्रतिवदनो की सूचि को तलब किया है !
वहीं इस मामले मे चक्रधरपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कुमार सिन्हा ने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताया , उन्होंने कहा कि प्रखंड विकास पदाधिकारी के ऊपर PM आवास ,मनरेगा एवं १५वें वित्त आयोग से जुड़े योजनाओं अलावे कई कार्यों सम्पादित करने की जिम्मेदारी रहती है , फिर भी इतनी व्यस्त्तता होने वावजूद जाँच को पूर्ण करते हैं , उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए कार्यकारी एजेंसी के कनीय अभियंता को भी योजना स्थल ले जाना पड़ता है , जिसमे काफी समय लग जाता है और यही कारण है कि निर्धारित समय के भीतर जाँच प्रतिवेदन प्रेसित करपाना संभव नहीं होता है , श्री सिन्हा ने कहा कि इस योजना को लेकर जाँच प्रतिवेदन प्रेसित कर दिया गया है !