विश्व हिंदू परिषद के सिंहभूम विभाग अंतर्गत 4 जिले जमशेदपुर महानगर, सरायकेला, चाईबासा एवं घाटशिला जिला की बैठक जमशेदपुर के कदमा स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर सभागार में हितचिंतक अभियान की बैठक हुई। बैठक में मुख्य वक्ता के रूप में विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय सहमंत्री एवं विशेष संपर्क सहप्रमुख अमरीश सिंह उपस्थित थे।
मुख्य वक्ता अमरीश सिंह ने कहा कि दिल्ली में बैठे विधर्मी शासकों द्वारा अयोध्या में भगवान पुरुषोत्तम श्रीराम, मथुरा में श्री कृष्ण, काशी में बाबा विश्वनाथ, गुजरात में सोमनाथ का मंदिर सहित लगभग 30 हजार मंदिरों को क्षति पहुंचाकर भारतीय सांस्कृतिक अवधरणाओं को नष्ट कर हिंदू के आने वाली पीढ़ियों को आस्था से विमुक्त करने की कुचेष्टा की गई थी, आज उसी दिल्ली के शासक मंदिरों का निर्माण एवं मंदिरों का कायाकल्प कर दंडवत प्रणाम करके हिंदुत्व विचारधारा को संसार के पटल में पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा भगवान पुरुषोत्तम श्रीराम का मंदिर निर्माण का आंदोलन हमारी संस्कृतिक स्वाधीनता का संघर्ष था। आज हमारा संघर्ष का उत्कर्ष काल चल रहा है, हम अपनी आंखों से भव्य श्रीराम का मंदिर देखने वाले हैं।
उन्होंने कहा जिस नारी, मंदिर, वेद, संस्कृत, गौ, आस्था, विश्वास, तीर्थ, तीर्थंयात्रा की रक्षा के लिए भगवान स्वयं समय-समय पर अवतरित होते रहे हैं। आज हमें धर्मयोद्धा के रूप में सत्संग एवं मिलन केंद्र के माध्यम से हिंदूओं में एक नई चेतना जगाकर गोरक्षा, हिंदू कन्या रक्षा सहित अपनी सांस्कृतिक एवं धार्मिक मानबिंदुओं को सुरक्षित एवं व्यवस्थित रखने का संकल्प लेकर समाज में काम करना होगा। उन्होंने कहा वर्तमान चुनौतियों को देखते हुए हिंदू शक्ति का बढ़ना आवश्यक है। उन्होंने कहा जन्म के आधार पर कोई व्यक्ति छोटा या बड़ा, पावन या अपवित्र नहीं होता है। सभी जाति, पंथ, भाषा, नगरवासी, वनवासी, गिरीवासी वाद से ऊपर उठकर समरस समाज खड़ा करना ही विश्व हिंदू परिषद का लक्ष्य है।
उन्होंने कहा विश्व हिंदू परिषद का बोध वाक्य
हिन्दव: सोदरा: सर्वे, न हिंदू पतितो भवेत्।
मम दीक्षा हिंदू रक्षा, मम मंत्र समानता:।
उन्होंने कहा भारत माता की जय बोलने वाले सभी भारतीय समाज हिंदू हैं, सभी आपस में सहोदर भाई हैं। खान-पान, रहन-सहन, भाषा अलग होते हुए भी सभी भारत माता के सुपुत्र हैं। इसकी झलक हमें वैष्णो देवी यात्रा, अमरनाथ यात्रा, सावन की कांवड़ यात्रा, कुंभ मेला में अनायास हिंदू समूह में दिखती है परंतु हमें इस हिंदू समूह को अपने घर, मोहल्ला, गांव एवं समाज में दिखे ऐसा कार्य करना है। उन्होंने कहा जो भारत माता की जय नहीं बोलता है, वह नागरिक हो सकता है, देश का पुत्र नहीं। उन्होंने कहा भारत वर्ष वीरों, पराक्रमियों, साधु-संतों, मठ-मंदिरों, ऋषि- मुनियों का देश है, इस देश को मजारों का देश नहीं बनने देंगे।
विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री डॉ वीरेंद्र साहू ने कहा 30 अक्टूबर एवं 2 नवंबर को हुतात्मा दिवस के अवसर पर सभी जिला केंद्रों में रक्तदान शिविर तथा 6 नवंबर से 20 नवंबर तक हितचिंतक अभियान झारखण्ड प्रांत के सभी गांवों में चलेगा। उन्होंने कहा झारखंड के 31 हज़ार गांवों में 5 लाख हितचिंतक बनाए जाएंगे। हमें अपने लक्ष्य को पूर्ण करने के लिए सभी गाँवो की समिति बनाना होगा तथा समय दानी कार्यकर्ता निकलना होगा। समय दानी कार्यकर्ताओं के माध्यम से ही सशक्त समाज का निर्माण होगा। डॉ साहू ने कहा 1 दिसंबर से 10 दिसंबर तक शौर्य दिवस पर शौर्य संचलन/यात्रा, 23 दिसंबर को धर्म रक्षा दिवस तथा 15 जनवरी 2023 को समरसता दिवस के रूप में पूरे प्रांत में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
प्रांत संगठन मंत्री देवी सिंह ने कहा प्रत्येक इकाई में संगठन की समिति, प्रत्येक समिति का सत्संग एवं सेवा केंद्र से समाज में एक नई जागरण होगी। समाज के जागरण से ही सामाजिक कुरीतियां दूर हो सकती हैं। उन्होंने कहा संगठन के विस्तार से ही समाज में परिवर्तन संभव है। आज हिंदू के विरोध में कोई बोलने का साहस नहीं करें, ऐसा सशक्त संगठन खड़ा करना भी विश्व हिंदू परिषद का उद्देश्य है। उन्होंने कहा भारतीय सांस्कृतिक एवं धार्मिक अवधारणाओं की सुरक्षा करना हमारा राष्ट्रधर्म है।