सुवर्ण रेखा बहुउद्देशीय परियोजना के अंतर्गत बन रही ईचा खरकाई बांध को लेकर लेकर प्रभाभित क्षेत्र के ग्रामीण फिर एक बार मुखर हो गए हैं , इसे लेकर आज पश्चिमी सिंहभूम जिले के सदर प्रखंड क्षेत्र में पड़ने वाले कुर्शी पंचायत भवन में लगभग 250 की संख्या में प्रभावित क्षेत्र ग्रामीण जुटे, जिसमे खाशकर क्षेत्र के ग्रामीण मुंडा और ग्राम प्रधान शामिल रहे , जहाँ चाईबासा विधानसभा क्षेत्र के विधायक दिपक बिरुआ भी पहुंचे थे , विधायक दिपक बिरुआ के पहुँचने से पूर्व उपस्थित ग्रामीणों ने झारखण्ड सरकार के मंत्री चंपई सोरेन के ऊपर जनता को ठगने का आरोप लगाया , ज्ञात हो कि इस बाँध को रद्द करने को लेकर झारखण्ड के परामर्श दात्री समिति ने अपना मंतव्य समर्पित किया है , वहीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी अपने विगत संघर्ष यात्रा के दौरान इस योजना को रद्द करने की बात कही थी , वावजूद इसके वर्तमान में सरायकेला विधानसभा क्षेत्र के विधायक सह झारखण्ड सरकार के मंत्री चंपई सोरेन इस डेम का आकर छोटा कर इसे पूर्ण करने की वकालत करने लगे हैं , यही कारण है,कि क्षेत्र के लोग मंत्री जी को सबक सिखाने रणनीति बनाने की तैयारी में जुट गए हैं , ग्रामीणों का साफ कहना है,कि मंत्री चंपई सोरेन अपने निजी स्वार्थ साधने की नियत से ही 124 गांव को उजाड़ने की कवायत में जुट गए है ,और इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जायेगा
वहीं इस अवसर पर चाईबासा विधानसभा के विधायक दीपक बिरुआ ने कहा कि ईचा खरकाई बांध एक विनाशकारी योजना है , जिसके बन जाने से 124 गांव के आदिबासी – मूलबासी बेघर हो जायेंगे , उन्होंने यह भी कहा कि ईचा खरकाई बांध के रद्द करने को लेकर हमेशा ग्रामीणों के साथ रहेंगे , तथा आगामी शीतकालीन शत्र में गैर सरकारी संकल्प के तहत इस योजना को निरस्त करने का प्रयास भी करेंगे !