जमशेदपुर : आदिवासी परंपरा के तहत सदियों से चली आ रही सेंदरा (जंगली जानवरों का शिकार) की परंपरा का निर्वहन करने के लिए शुक्रवार को दलमा राजा राकेश हेम्ब्रम के आवास पर एक बैठक हुई। उक्त बैठक में शिकार पर्व की तिथि तय करने के लिए आगामी 30 मार्च को एक वृहद् बैठक करने का निर्णय लिया गया, ताकि सभी की सहमति से शिकार पर्व की तिथि तय की जा सके।
इस संबंध में जानकारी देते हुए राकेश हेम्ब्रम ने बताया कि आदिवासी परंपरा के तहत सदियों से शिकार पर्व मनाया जा रहा है। इस वर्ष किस तिथि, दिन एवं समय पर पर्व का संयोग बन रहा है, इसका निर्णय 30 मार्च को होने वाली बैठक में लिया जाएगा। उक्त बैठक में 12 मौजा के दिसुआ, मुंडा, मानकी, मांझी परगना एवं सेंद्रा वीर शामिल होंगे।
बैठक में ये लोग थे शामिल
दलमा राजा राकेश हेम्ब्रम के आवास पर हुई बैठक में बेंडे बारजो, लाल मोहन गगराई, रंजीत सिद्दू, हरसिंह सिद्दू, धानो मार्डी, लिटा बानसिंह, हो समाज के जिलाध्यक्ष रैना पूर्ति, कुनुबान सिंह, राजू हो, मोसो सोय आदि मौजूद थे।