जमशेदपुर
कोल्हान यूनिवर्सिटी अक्सर विद्यार्थियों की समस्या को लेकर विवाद में रहता है। किसी न किसी कारण छात्रों के समक्ष परेशानी उत्पन्न होती है और उसके समाधान के लिए उन्हें आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ता है। ताजा मामला को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज का है। यहां के करीब 18 प्रतिशत बच्चे परीक्षा से वंचित होने जा रहे हैं। इससे नाराज कॉलेज के लॉ स्टूडेंट्स ने चाईबासा स्थित केयू के समक्ष धरना दे दिया है। वे एग्जाम कंट्रोलर से मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
विद्यार्थियों का कहना है कि कोरोना काल में उनकी पढ़ाई ऑनलाइन चल रही थी। उसी दौरान सत्र 2022-23 के विद्यार्थियों को मोबाइल पर मैसेज कर परीक्षा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने को कहा गया। किसी न किसी कारण करीब 9 विद्यार्थी छूट गए। अब इन विद्यार्थियों का एक साल बरबाद होने के आसार बन रहे हैं।
मामले की जानकारी मिलते के बाद कॉलेज के स्टूडेंट्स उन विद्यार्थियों के समर्थन में आगे आए और परीक्षा नियंत्रक से मुलाकात की। उन्होंने प्राचार्य से मिलने को कहा। प्राचार्य से मिलने पर उन्होंने कंट्रोलर से लिखवा कर लाने को कहा। बात नहीं बनी तो विद्यार्थियों ने कुलपति से बात की। कुलपति ने हस्तक्षेप करते हुए कंट्रोलर से मामले को देखने को कहा, लेकिन फिर भी बात नहीं बनी।
इस बीच परीक्षी की तिथि घोषित हो गई। सत्र 2022-23 के सेमेस्टर 1 की परीक्षा 18 फरवरी से शुरू होनी है और 9 विद्यार्थियों का परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं हो सका है। आक्रोशित विद्यार्थी आज चाईबासा स्थित केयू मुख्यालय पहुंचे और मामले के समाधान की मांग की। वे कंट्रोलर से मिलना चाह रहे थे, लेकिन कंट्रोलर के मीटिंग में होने के कारण उनसे मुलाकात नहीं हो सकी। अब सभी विद्यार्थी कंट्रोलर से मिलने के लिए मीटिंग के खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं।