जमशेदपुर के सिदगोड़ा सूर्य मंदिर को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास और पूर्व मंत्री और जमशेदपुर पूर्वी से विधायक सरयू राय के बीच तनातनी किसी से छुपी हुई नहीं है। लंबे समय से सूर्य मंदिर पर रघुवर दास का अघोषित कब्जा रहा है और पिछले चुनाव में रघुवर दास को उन्हीं के गढ़ में हराकर सरयू राय चर्चा में आए। दोनों दिग्गज नेताओं के बीच चल रहा विवाद आज खुलकर सड़क पर आ गया। सूर्य मंदिर परिसर में आज रघुवर दास और सरयू राय समर्थकों के बीच जमकर मारपीट हुई। मामला पुलिस तक पहुंचा और अब पुलिस आगे की रणनीति पर काम कर रही है।
पूर्व सीएम रघुवर दास द्वारा हर साल सिदगोड़ा सूर्य मंदिर में छठ पूजा के मौके पर भजन संध्या का आयोजन किया जाता रहा है। इस बार भी आयोजन तय है। छठ व्रतीयों के बीच लगातार पूजन सामग्री का वितरण भी किया जा रहा है। इसके लिए सूर्य मंदिर में सारी व्यवस्था पूरी की जा चुकी है। दूसरी और सरयू राय का खेमा भी प्रसाद वितरण की तैयारी में लगा है।
सरयू राय खेमे के द्वारा भी पूजन सामग्री वितरण की तैयारी की गई है। इसे लेकर सूर्य मंदिर परिसर में उनके द्वारा
टेंट लगाया गया था। इस टेंट के लगने के साथ ही माहौल तनावपूर्ण हो गया। रघुवर समर्थक नहीं चाहते थे कि सरयू राय का टेंट यहां लगे और फिर यहीं से विवाद शुरू हो गया। अचानक हंगामा शुरू हो गया और दोनों के बीच मारपीट शुरू हो गई।
इस दौरान जमकर कुर्सियां चलीं। कुर्सियां हवा में ऐसे उछाली जा रही थीं, जैसे कुर्सियों की बारिश हो रही हो। कौन किसको पीट रहा था, कुछ पता ही नहीं चल रहा था। जिसके सामने जो आ रहा था, वह उसे कुर्सी से पीट रहा था। इतना ही नहीं लाठी और डंडे लेकर दोनों पार्टी के कार्यकर्ता एक दूसरे को दौड़ा रहे थे। पूरी तरह भगदड़ मची हुई थी।
इस झड़प में कितने लोग घायल हुए, इसका अंदाजा ही लगाया जा सकता है, क्योंकि हल्की-फुल्की चोट तो सैकड़ो को आयी हैं। हालांकि 50 से 60 लोगों के इस मारपीट में घायल होने की सूचना है। इसके अलावा मारपीट में सैकड़ों कुर्सियां भी टूट गईं। मैदान में टूटी हुई कुर्सियों का अंबार लगा था।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय थाना के साथ ही सिटी एसपी और एसडीओ भी मौके पर पहुचे। उन्होंने कहा कि मामले में कार्रवाई की जाएगी। एसडीओ ने कहा कि छठ पूजा सही तरीके से हो इसे सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है।
हिंदू और मंदिर विरोधी हैं सरयू रायः चिंटू सिंह
पूरे घटना के संबंध में सनातन उत्सव समिति के संयोजक चिंटू सिंह ने कहा कि सरयू राय हिंदू और मंदिर विरोधी हैं। अबतक के इनके कार्यकाल की यही सबसे बड़ी उपलब्धि है। ऐसे नेता समाज के लिए कलंकित है और हिंदू समर्थक नहीं बल्कि हिंदू और हिंदूत्व के भी विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि ये लोग कभी साकची के हनुमान मंदिर तो कभी सिदगोड़ा के सूर्य मंदिर तो कभी बिरसानगर के काली मंदिर, हर जगह विवाद पैदा कर हिंसक राजनीति करते हैं। इससे साफ झलकता है कि सरयू राय और उनके समर्थक हिंदू और मंदिर विरोधी हैं। उनकी महत्वाकांक्षा सिर्फ हिंदूओं के मंदिर पर टेढ़ी नजर रखना है। श्री सिंह ने कहा कि ऐसे लोगों को मंदिर में विवाद पैदा कर ईश्वरीय कार्य को अवरुद्ध करने के लिए असमाजिक तत्वों से मोटी रकम मिलती है और इसलिए यो लोग अपनी घृणित मंशा लेकर हिंसक राजनीति करते हैं। चिंटू सिंह ने कहा कि ऐसे लोग समाज के लिए कलंक हैं और इनका समाजिक बहिष्कार होना चाहिए।