प्रकाश/देवघर (देवीपुर)
एक तरफ जहां सरकारी महकमा गांव की सरकार बनाने में जुटी है और प्रत्याशियों ने भी वोटरों को लुभाने में एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है, वहीं कुछ ऐसे भी वोटर हैं, जो इस बार गांव की सरकार से अपनी नाराजगी कुछ अलग अंदाज में निकालना चाहते हैं।
देवघर जिले के देवीपुर प्रखंड में पहले चरण में पंचायत चुनाव होने जा रहा है। प्रत्याशी गली-गली, गांव-गांव जाकर वोटरों को अपनी ओर लुभाने में लगे हैं। प्रत्याशी और उनके परिजन वोटरों के दरवाजे तक पहुंचकर हाथ जोड़े खड़े नजर आ रहे हैं। यह नजारा इन दिनों देवीपुर प्रखंड के लिए आम है। हर प्रत्याशी अपनी-अपनी तरफ से विकास का दावा कर रहा है और सामने वाले प्रत्याशी को बेकार साबित करने पर तुला हुआ है।
यह तो हुई प्रत्याशियों की बात, लेकिन वोटर का मूड कुछ अलग ही है। देवीपुर प्रखंड स्थित बाघमारी पंचायत के डूमरकुंडी गांव के वोटर अपनी भंड़ास कुछ अलग अंदाज में निकालना चाहते हैं। उनका कहना है कि केंद्र से लेकर राज्य सरकार के नुमाइंदे चुनाव के वक्त उनके दरवाजे तक आए जरूर हैं, लेकिन उनकी समस्या ज्यों की त्यों है, लेकिन इस बार वे लोग किसी प्रत्याशी के बहकावे में नहीं आएंगे। गांव की महिला पार्वती देवी कहती हैं कि आज तक गांव में पढ़ाई की सुविधा नहीं हो सकी। सड़क का आभाव है, जिस कारण लोगों को काफी परेशानी होती है। आज भी यहां के लोग आदिम युग में ही जीने को विवश हैं। ऐसे में इस बार पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों के लिए वोटर्स को रिझाना टेढ़ी खीर साबित हो सकती है।