जमशेदपुरः पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाड़ी सम्मेलन अंतर्गत साकची शाखा का चुनाव 25 फरवरी को होना है, लेकिन इससे पहले ही शाखा के आजीवन सदस्यों ने चुनाव का विरोध कर दिया है। इन सदस्यों ने पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाड़ी सम्मेलन के जिलाध्यक्ष मुकेश मित्तल को पत्र लिखकर चुनाव पर रोक लगाने की मांग की है। इसके लिए उन्होंने विभिन्न कारणों का हवाला भी दिया है। अब जिलाध्यक्ष मुकेश मित्तल ने अखिल भारतीय मारवाड़ी सम्मेलन के प्रदेश अध्यक्ष बसंत मित्तल को पत्र लिखकर साकची शाखा का चुनाव स्थगित करते हुए होली के बाद चुनाव कराने की जरुरत बताई है।
मुकेश मित्तल ने साकची शाखा के सदस्यों द्वारा लिखे पत्र का हवाला देते हुए कहा है कि साकची शाखा का चुनाव आगामी 25 फरवरी को होना सुनिश्चित हुआ है, जो कहीं से भी न्यायोचित नहीं है। इसके लिए उन्होंने कई कारण भी गिनाए हैं।
मारवाड़ी सम्मेलन साकची शाखा के अध्यक्ष पद हेतु तीन ने लिया नामांकन पत्र
जमशेदपुरः मारवाड़ी सम्मेलन साकची शाखा के अध्यक्ष पद (सत्र 2023-25) हेतु 25 फरवरी शनिवार को होने वाले चुनाव की प्रक्रिया गुरुवार 16 फरवरी से शुरू हो गई है। आज तीन लोगों ने नामांकन पत्र खरीदा। इस संबंध में मुख्य चुनाव पदाधिकारी बजरंग लाल अग्रवाल ने बताया कि सुरेश कुमार कांवटिया ने 5 सेट, बिनोद कुमार साह ने 5 सेट और राजेश कुमार संघी ने 1 सेट नामांकन पत्र लिया है। 17 फरवरी शुक्रवार को संध्या 4 से 6 बजे तक नामांकन पत्र जमा होगा। नामांकन पत्र वापसी की तिथि एवं 18 फरवरी शनिवार की शाम 5 से 6 बजे तक है। प्रत्याशियों की अंतिम सूची का प्रकाशन 19 फरवरी रविवार को होगा।
श्री मित्तल ने कहा कि साकची शाखा की कार्यसमिति ने 25 फरवरी, 2023 को शाखा का चुनाव कराने का फैसला लिया और बजरंग लाल अग्रवाल को चुनाव पदाधिकारी नियुक्त किया गया। कहा गया है कि चुनाव की तारीख तय हो जाने एवं चुनाव पदाधिकारी की नियुक्ति हो जाने के बाद आम सभा बुलाना गैरकानूनी है। ऐसा प्रतीत होता है मानो चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिये आमसभा बुलाई गई हो।
कहा गया है कि फाल्गुन के महीने में खाटू श्याम के मेले में जाने के लिए सदस्यों ने तीन महीने पहले ही टिकट बना लिया है। आगामी 21 फरवरी से ही लोग खाटू जाने लगेंगे। ऐसे में वे सदस्य न तो चुनाव लड़ पाएंगे और न ही चुनाव में मतदान कर सकेंगे।
इसी तरह 21 फरवरी से 23 फरवरी तक साकची महालक्ष्मी मंदिर का तृतीय स्थापना दिवस है, जिसमें समाज के अनेक सदस्य व्यस्त रहेंगे। वहीं 14 फरवरी से 20 फरवरी तक राणी सती दादी का सालाना उत्सव रामेश्वरम में होने जा रहा है, जिसमें समाज के कई सदस्य शहर से बाहर रहेंगे। इस कारण वे चुनावी प्रक्रिया में भाग नहीं ले सकेंगे। इतना ही नहीं आगामी 8 मार्च को होली है और नई कमेटी कम समय में होली का बेहतर आयोजन नहीं कर सकेगी।