जमशेदपुर
झारखंड ब्राह्मण शक्ति संघ के केन्द्रीय अध्यक्ष सह एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ पवन पांडेय ने जमशेदपुर पूर्वी के पूर्व विधायक समाजसेवी दिवंगत दीनानाथ पांडेय उर्फ दीना बाबा की प्रतिमा लगाने का विरोध करने वालों की निंदा की है। उन्होंने कहा कि टिनप्लेट क्षेत्र के कुछ चुनिंदा लोगों द्वारा इसका विरोध करना स्तब्ध करनेवाली घटना है। उन्होंने कहा कि जमशेदपुर में भले लोग राजनीति में कितने भी बडे संवैधानिक पद पर पहुंच जाए, लेकिन आज भी आम जनता के बीच एक महान नेता और बडे समाजसेवी की जो छवि दीना बाबा की है उससे सभी कोसों दूर हैं।
उनकी लोकप्रियता का अंदाजा और कुशल कार्यशैली का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि सभी जनप्रतिनिधियों को अपनी छवि दीनाबाबा जैसी बनाने की चाह रहती है। जिस दीना बाबा ने कभी किसी का काम करते वक्त ना अपना देखा और ना पराया देखा, ना ही समर्थक देखा और ना ही विरोधी देखा। वैसे महान व्यक्ति की प्रतिमा का विरोध गलत है। विरोध करने वाले लोगों को यह समझना होगा कि जिस सख्सियत का वे लोग विरोध कर रहे हैं उन्हें पता है उन्होंने जिला प्रशासन और कंपनियों की गुंडा पार्टी का जुल्म खुद पर झेलकर अपने कालखंड मे कितनी बजारों को जमशेदपुर में बसवाया है। बस्तियों को उजडऩे से बचाया।
पवन पांडेय ने कहा कि देखा जाए तो उनकी प्रतिमा स्थापित होने पर विरोध करने वाले लोगों का मानसम्मान बढेगा। उन्हें हठधर्मिता छोडकर आगे बढकर प्रतिमा स्थापित करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। दीना बाबा पूरे जमशेदपुरवासियों के थे और हमेशा रहेंगे। पवन पांडेय ने कहा कि संघ ने यह तय किया हैं कि संघ की ओर से 5 सदस्यों का एक प्रतिनिधि मंडल विरोध करने वाले लोगों से वार्ता कर समस्या का समाधान करने का प्रयास करेगा। प्रतिनिधि मंडल में अशोक पांडेय, बालाशंकर तिवारी, एम एन श्रीनिवासन, रामानुज चौबे, मिथलेश दूबे शामिल होंगे।