जमशेदपुरः एक्सएलआरआई पीजीडीएम (जीएम ) की ओर से 21 अगस्त को डिजिटल फर्स्ट माइंडसेट कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। इस कान्क्लेव के दौरान आने वाले दिनों में किस प्रकार डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के लिए डिजिटल माइंडसेट तैयार किये जाएं, इस पर गंभीर मंथन होगा। कान्क्लेव में मुख्य अतिथि के रूप में सैप लैब्स इंडिया की एमडी सिंधु गंगाधरन जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में द पित्रोदा ग्रुप एलएलसी के चेयरमैन सैम पित्रोदा शामिल होंगे।
एक्सएलआरआई के छात्र डॉ. कुशल साहा व डॉ. प्रतीक तारफदार ने बताया कि कोविड 19 के विषम काल ने पूरी दुनिया को आपस में जोड़ा। इसमें वर्चुअल मोड का अहम योगदान रहा। यही कारण है कि बीसीजी ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में इस बात पर बल दिया कि डिजिटल परिवर्तन को हमेशा एक डिजिटल मानसिकता की आवश्यकता होती है। उसी डिजिटल माइंड को तैयार करने के उद्देश्य से उक्त कॉन्क्लेव का आयोजन डिजिटल मोड में किया जा रहा है। बताया गया कि आइडीसी के अनुसार, डिजिटल परिवर्तन में वैश्विक निवेश 17.1 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक दर से बढ़ेगा, जो 2023 तक 2.3 ट्रिलियन (सभी आइसीटी खर्च का 53 प्रतिशत) डॉलर तक पहुंच जायेगा।
पहले पैनल में ‘फिनटेक बीएफएसआई उद्योग और डिजिटल दुनिया को कैसे बाधित कर रहा है ‘विषय पर चर्चा होगी, जिसमें वरुण श्रीधर, सीईओ, पेटीएम मनी, अरुंधोती बनर्जी, सीओओ, जैगल, श्रीधर अय्यर, कार्यकारी वीपी और प्रमुख, मशरेक नियो-मशरेक बैंक, संयुक्त अरब अमीरात और प्रशांत नारायण, सीटीओ, जिप के अलावा एक्सएलआरआई जमशेदपुर में सूचना प्रणाली क्षेत्र की प्रोफेसर कुशा साहा अपनी बातों को रखेंगी। वहीं दूसरे पैनल में ‘एआई और एमएल के माध्यम से डिजिटल परिवर्तन का लाभ उठाना’ विषय पर चर्चा होगी, जिसमें नितिन सेठी, मुख्य डिजिटल अधिकारी, अदानी डिजिटल लैब्स, जयंत प्रभु एमडी, एप्लाइड इंटेलिजेंस, एक्सेंचर, नवीन अत्रेश, प्रमुख और उपाध्यक्ष, उत्पाद प्रबंधन और डिजाइन, मैचमूव इंडिया के अलावा संदेश द्वारा चर्चा की जायेगी।
इनका भी होगा संबोधन
– देवी मोहन, सह-संस्थापक और सीईओ, बर्नमार्क और तुर्या, यूके
– प्रो. डॉ. मार्क के पीटर, सक्षमता केंद्र डिजिटल परिवर्तन के प्रमुख, एफएचएनडब्ल्यू स्कूल ऑफ बिजनेस, स्विट्जरलैंड
– सिद्धार्थ नांबियार, हेड- इंटरनेशनल हेल्थकेयर, अमेजॉन अमेरिका
– प्रदीप गुलिपल्ली, सह-संस्थापक, टाइगर एनालिटिक्स कॉन्क्लेव