Amit Raj
पटना : बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा के द्वारा परिवारवाद पर की गई टिप्पणी पर कहा कि भाजपा के नेता दूसरे के परिवारवाद पर टिप्पणी करने से पहले अपने गिरेबान में झांक लें तो बेहतर रहेगा। भाजपा ने जहां पहले चरण के चुनाव में चारों सीट पर परिवारवादियों को चुनाव मैदान में उतारा है और उसका चुनाव प्रचार लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किया जा रहा है। पहले जमुई अब कल नवादा और 15 को गया में चुनावी सभा प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के द्वारा किया जाएगा और परिवारवादियों को प्रोत्साहित और संरक्षित किया जाएगा और उन्हें राजनीतिक रूप से आगे बढ़ाने के लिए लोगों से आह्वान किया जाएगा। एजाज अहमद ने कहा कि यह किस तरह की राजनीति है, भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड की उसे स्पष्ट करे, क्योंकि जो लोग कल तक परिवारवाद पर कसीदे पढ़ा करते थे, वह आज स्वयं परिवारवादियों को संरक्षण दे रहे हैं और अपने यहां बढ़ावा दे रहे हैं।
एजाज ने आगे कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद के द्वारा उपकृत किए गए सम्राट चौधरी राजद के पाठशाला से नाबालिग से बालिग हुए हैं और उन्हें राजद ने ही राजनीति में स्थापित होने का मौका दिया है। उन्होंने सम्राट चौधरी से यह स्पष्ट करने को कहा है कि वे परिवारवाद के अंग हैं या नहीं। उस समय इनके लिए लालू प्रसाद ने जो कार्य किया था, उन कार्यों को भी याद कर लिया होता, तो ऐसी भाषा बोलने से पहले उन्होंने सौ बार सोचा होता।
एजाज अहमद ने कहा कि एक जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति ने ऐसी अपसंस्कृति और अशोभनीय टिप्पणी कर कहीं न कहीं स्वयं को ही कटघरे में खड़ा कर लिया है। इन्होंने यह भी कहा कि दोनों उपमुख्यमंत्री जनता के कर्तव्यों के प्रति और जनता के हितों के लिए कोई काम नहीं करना चाहते हैं और सिर्फ बयानवीर बनकर जनता को बरगलाने और दिगभ्रमित करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज सबसे अधिक बिहार में एनडीए के ही परिवार के लोग लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं और मंत्रिमंडल में भी परिवारवादी भरे पड़े हैं।