अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ की राज्य कार्यकारिणी की विगत 15 अक्टूबर को रांची में संपन्न बैठक में शिक्षकों की 4 सूत्री मांगों के समर्थन में आंदोलन का निर्णय लिया गया है। इसके तहत पूर्वी सिंहभूम समेत प्रदेश के सभी जिलों के प्राथमिक शिक्षक 4 और 5 नवंबर को काला बिल्ला लगाकर शिक्षण कार्य करेंगे।
ज्ञात हो कि लंबे समय से उक्त मामले पर सरकार का ध्यान बार-बार आकृष्ट कराये जाने के बावजूद समस्या का निष्पादन नहीं होने से पूरे राज्य के शिक्षकों में भारी आक्रोश एवं निराशा व्याप्त है। इस कारण अब शिक्ष संघ ने आंदोलन का रास्ता अख्तियार किया है। आंदोलन के अगले चरण में 7 से 12 नवंबर के बीच उक्त 4 सूत्री मांगों का ज्ञापन स्थानीय विधायक एवं सांसद के माध्यम से सरकार को भेजा जाएगा। मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं होने की स्थिति में अगले 19 नवंबर को पूरे प्रदेश के शिक्षकों द्वारा मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा।
बता दें कि इसके पूर्व विगत 8 अक्टूबर को संघ के आह्वान पर सभी जिलों के उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री को उक्त चार सूत्री ज्ञापन प्रेषित किया जा चुका है। इस संबंध में संघ के वरीय शिक्षक नेता सुनील कुमार, पूर्वी सिंहभूम जिला अध्यक्ष शिवशंकर पोलाई, जिला महासचिव सरोज कुमार लेंका एवं प्रवक्ता ओम प्रकाश सिंह ने पूर्वी सिंहभूम जिले के सभी शिक्षकों को राज्य कमेटी के आह्वान पर उक्त 4 सूत्री मांगों के समर्थन में आंदोलन में भाग लेने की अपील की है।
शिक्षकों की चार सूत्री मांग
- बिहार राज्य के तर्ज पर झारखंड के शिक्षकों के लिए MACP की स्वीकृति।
- छठे वेतनमान में 1 जनवरी 1996 से पूर्व नियुक्त शिक्षकों के लिए न्यूनतम आरंभिक वेतन की विसंगतियों का
- निराकरण करते हुए इंट्री पे 16290 रुपए करना।
- इंटर डिस्ट्रिक्ट ट्रांसफर नियमों का सरलीकरण करते हुए गृह जिला में स्थानांतरण करना।
- गैर शैक्षणिक कार्यों एवं रिपोर्टिंग के अत्यधिक दवाब से शिक्षकों को पूर्णतः मुक्त करना।