Amit Raj
पटना : बिहार जनता दल (यू) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए लोकसभा चुनाव के पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद महागठबंधन में सीटों के बंटवारे पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक रूप से हास्यास्पद के साथ-साथ गठबंधन धर्म की मूल भावना के विपरीत किया गया आचरण है।
श्री कुशवाहा ने कहा कि सीट बंटवारे के गणित पर नजर डालें तो ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस पार्टी ने राजद के समक्ष खुद को आत्मसमर्पण कर दिया है। सीट बंटवारे में सिर्फ राजद की मनमानी चली है। जिन लोकसभा सीटों पर कांग्रेस लंबे समय से तैयारी कर रही थी, उसे भी राजद ने अपने पाले में कर लिया है। बिहार कांग्रेस के अंदर से ही अब विरोध के स्वर उठ रहे हैं, पार्टी के कई पुराने नेता सीट बंटवारे से नाखुश हैं।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन में शीर्ष नेताओं के बीच ही जब तालमेल नहीं बैठ रहा है तो, जमीनी कार्यकर्ता कैसे चुनाव में एकजुट हो सकेंगे। कहा कि यह राजनीतिक मजबूरियों का गठबंधन है, परिवार और प्रोपर्टी को बचाने के लिए सभी विपक्षी साथ आने पर मजबूर हुए हैं। इन्हें सिर्फ अपनी चिंता है, जनता के लिए इनके पास कोई एजेंडा नहीं है।
उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि स्वार्थपरक गठबंधन पर जनता भरोसा नहीं करेगी। निजी स्वार्थ के बुनियाद पर टिके महागठबंधन को बिहार में 2019 से भी करारी हार का सामना करना पड़ेगा।