जमशेदपुर
सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने शहर में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर मुख्यमंत्री को त्राहिमाम संदेश भेज चिंता जताई है। अध्यक्ष विजय आनंद मुनका एवं मानद महसचिव मानव केडिया ने जमशेदपुर के आम नागरिक और विशेष रूप से व्यापारिक समुदाय की ओर से शहर में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित कराया है। उन्होंने कहा कि शहर में कानून-व्यवस्था की स्थिति इस हद तक बिगड़ गई है कि अपराधी बिल्कुल भी डरते नहीं हैं। लूटपाट, डकैती, चोरी जैसी घटनाएं आए दिन का क्रम बन गई हैं और महिलाएं, व्यवसाय उद्यमी और आम आदमी पूरी तरह से असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विगत कुछ दिन पूर्व छगनलाल दयालजी एंड संस ज्वेलर्स के कर्मचारियों को घायल कर 32 लाख रुपये छीन लिए गए गएथे। उक्त मामले का अभी तक उद्भेदन भी नहीं हुआ था की आज पुनः साकची बसंत टॉकीज के समीप राजन सराफ के कर्मचारी से अपराधियों द्वारा करीबन 200 ग्राम सोना लूट लिया गया। इस तरह की लगातार हो रही घटनाओं से जमशेदपुर के व्यापार जगत में गहरा आक्रोश है।
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उन्होंने 14 फरवरी को सुबह 11 बजे केनरा बैंक बिष्टुपुर जमशेदपुर के मुख्य द्वार पर हुई स्नैचिंग की घटना का हवाला देते हुए कहा कि बिस्टुपुर के मुख्य सड़क पर जहां सुबह से ही यातायात की भारी भीड़ होती है वह इस तरह की घटना घटित होना निंदनीय है। साथ ही उन्होंने कहा कि दिनदहाड़े सड़क पर महिलाओं से चेन, मोबाइल छीनने, लूट, दुकानों के छत काटकर लूटने, यहां तक कि टेंपो से बड़े-बड़े तेल के टिन टपाने का मामला भी अख़बार की सुर्खियों में रहती हैं। उन्होंने उदहारण देते हुए कहा की दुकानदार शटर/दरवाजे को ठीक से बंद करके घर जाता है लेकिन अगली सुबह जब वह दुकान खोलने आता है, तो उसे आश्चर्य होता है कि ताले टूटे हुए हैं और बड़ी चोरी हुई है।
उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिन पूर्व ही शहर के सबसे बड़े थोक बाजार जुगसलाई के चौक बाजार में 9 फरवरी को ऐसी घटना जे.एस.आभूषण की दुकान में हुई थी। साथ ही जुगसलाई के सांवरमल शर्मा के यह से 9 लाख 83 हजार की लूट हुई थी। धालभूमगढ़ स्थित हिमाद्रि स्टील से 04 टन कॉपर में करीबन 150 किलो कॉपर की ही बरामदगी हो पायी है।
अभी तक न तो अपराधी को गिरफ्तार किया गया है और न ही कोई बरामदगी हुई है। पूर्व में कुछ मामलों में अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है लेकिन किसी भी तरह से लूट/ चोरी के नगदी/ जेवरात सामग्रियां अपराधियों के पास से पुलिस को बरामद नहीं हो रही है। कुछ मामलों में अपराधियों की गिरफ्तारी मात्र पीड़ितों के लिए सांत्वना होती है परंतु लूटे गए समानों / रुपये की बरामदगी नहीं होना एक प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है।
चैम्बर के अध्यक्ष एवं महासचिव ने कहा कि शहर को शांतिपूर्ण वातावरण देना सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि शहर के हर चौक पर हेलमेट, सीट बेल्ट और मास्क चेकिंग के लिए जिस तरह से पुलिस मुस्तैद है उसी अधिक मुस्तैदी एवं सक्रियता बाजार में अपराध नियंत्रण एवं सुरक्षा व्यवस्था के लिए होनी चाहिए, ताकि अपराधी अपराध करने के पहले सोचे।
उन्होंने कहा कि यह उल्लेख करने की आवश्यकता नहीं है कि राज्य और केंद्र सरकारों को विभिन्न करों का भुगतान करने के बावजूद शहर में व्यापारिक समुदाय के पास जीवन और उनकी संपत्तियों की कोई सुरक्षा नहीं है। आए दिन अपराधी बेखौफ लूट व स्नैचिंग में लिप्त होते हैं और पुलिस प्रशासन अपराधियों को गिरफ्तार करने और लूटे गए पैसे की वसूली मुश्किल से कर पा रही है। ऐसे निराशाजनक एवं अपराधिक माहौल में आम नागरिक, विशेष रूप से व्यापारी समुदाय पूरी तरह से असुरक्षित महसूस करते हैं और शहर को भयमुक्त एवं शांतिपूर्ण वातावरण की तत्काल आवश्यकता है।
सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स ने मुख्यमंत्री से कहा कि जमशेदपुर पुलिस प्रशासन को अपने कामकाज में भारी सुधार करने, आम नागरिकों विशेष रूप से व्यापारिक समुदाय को सुरक्षित महसूस करने के लिए मजबूत निर्देश दिए जाने की आवश्यकता है। साथ ही आज के युग में प्रशासन को उच्च टेक्नोलॉजी प्रदान करने की आवश्यकता है जिससे पुलिस भी निर्भीकता एवं त्वरित गति से मामलों का उद्भेदन करने में सहायक सिद्ध हो सके। उन्होंने कहा कि लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं से लौहनगरी के सक्षम व्यवसायी दूसरे राज्य की और पलायन करने को मजबूर हो सकते हैं, जिससे सरकार को भारी राजस्व नुकसान होगा और राज्य में बेरोजगारी बढ़ेगी।