जमशेदपुर
कोविड काल के दौरान भारत में करोड़ों लोगों की नौकरी छूट गयी। सबसे ज्यादा तकनीक व प्रौद्योगिकी क्षेत्र में नौकरी से निकालने व छोड़ने के मामले में एतिहासिक रिकॉर्ड दर्ज की गयी है। कोरोना महामारी की विषम परिस्थितियों में देश व दुनिया की प्रमुख कंपनियों में ह्यूमन रिसोर्स डिपार्टमेंट ने किस प्रकार से कार्य किया, इस अहम मुद्दे पर एक्सएलआरआई (XLRI) में दो दिवसीय पैनल डिस्कशन का आयोजन किया जा रहा है। एक्सएलआरआई के विद्यार्थियों की कमेटी ‘सफायर’ की ओर से 11 वें नेशनल एचआर कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है।
आगामी 19 व 20 फरवरी को होने वाले इस नेशनल एचआर कॉन्फ्रेंस (HR Conference) में देश की कई दिग्गज कंपनियों के एचआर हेड शामिल होंगे। इस दौरान वे दो अहम मुद्दे पर अपनी बातों को भावी मैनेजरों के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। एक्सएलआरआई प्रबंधन की ओर से बताया गया कि हाल के दिनों में कार्यस्थल जिस क्षणिक बदलाव से गुजर रहा है, उसमें सकारात्मक सुधार, समावेशी और प्रदर्शन-उन्मुख कार्यक्षेत्र निर्माण की आवश्यकता है। बताया गया कि मानव संसाधन के क्षेत्र को बढ़ावा देने, शिक्षित करने और उसके प्रति रुचि जगाने के साथ ही औद्योगिक माहौल बेहतर बनाने के लिए 11 वां नेशनल एचआर कॉन्फ्रेंस मील का पत्थर साबित होगा।
गौरतलब है कि आने वाले दिनों में संस्थान के 100 फीसदी विद्यार्थियों को समर इंटर्नशिप में जाना है, इससे पूर्व उन्हें विभिन्न कंपनियों के एचआर परिवेश से अवगत कराने के लिए भी यह नेशनल कॉन्फ्रेंस काफी महत्वपूर्ण है।
इन दो विषयों पर होगी चर्चा
1. कार्यप्रवाह में व्यवधानों का प्रबंधन : लचीलेपन और स्थिरता के बीच संतुलन ढूंढना
2. द ग्रेट रिजाइनेशन : लास्टिंग रिपल्स ऑन द फ्यूचर ऑफ वर्क
एचआर कॉन्फ्रेंस में शामिल होंगे ये दिग्गज
1. मृणाल सिन्हा- सीएचआरओ, कार्स 24
2. माधवी लाल- एमडी, हेड एचआर इंडिया, ड्यूश बैंक
3. मनु वाधवा- सीएचआरओ, सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स
4. अशोक रामचंद्रन- ग्रुप कार्यकारी अध्यक्ष, एचआर, एबीजी
5. सौरभ गोविल- अध्यक्ष सह सीएचआरओ, विप्रो
6. अमिता माहेश्वरी- हेड एचआर-एपीएसी एंड एमई, वॉल्ट डिज्नी
7. सोहिनी दत्त- क्षेत्रीय एचआर निदेशक दक्षिण एशिया, रेकिट)
8. इमैनुएल डेविड- पूर्व निदेशक, टाटा प्रबंधन प्रशिक्षण केंद्र
9. दीप्ति वर्मा- एचआर लीडर, एपीएसी और मेना, अमेजॉन
10. पांडियाराजन – पूर्व शिक्षा मंत्री, तमिलनाडु