विगत डेढ़ वर्षों से लंबित मांगों के पूरा नहीं होने पर यूरेनियम कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड जादूगोड़ा में कार्यरत करीब चार हज़ार श्रमिक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं . हड़ताल की संयुक्त रूप से अगुवाई कर रही यूसिल की चार मजदूर यूनियनों , सिंहभूम यूरेनियम मजदूर, यूरेनियम मजदूर संघ , जादूगोड़ा लेबर यूनियन , यूरेनियम कामगार यूनियन को मिलकर गठित संयुक्त मजदूर यूनियन के नेताओं से कम्पनी प्रबंधन से साफ़ कहा है की जब तक मांगो पर सकारात्मक विचार नहीं किया जायगा हड़ताल जारी रहेगी .
हड़ताल पर जाने से पूर्व 19 सितम्बर को उप – मुख्य श्रमायुक्त आनंद कुमार के कार्यालय में चारों यूनियनो के प्रतिनिधियों , सुमु यूनियन के महासचिव रमेश माझी , सचिव बी० एन० बास्के ,यूरेनियम कामगार यूनियन के अध्यक्ष डॉ० वी० के० पटोले ,महासचिव -राजाराम सिंह , डॉक्टर कुदादा , जादूगोड़ा लेबर यूनियन से महासचिव -सुरजीत सिंह सुजीत मिश्रा यूरेनियम मजदूर संघ के अध्यक्ष – चंद्रशेखर पंडित महासचिव – आनंद महतो एवं यूसिल के महाप्रबंधक कार्मिक एवं औ० सं० संजय कुमार शर्मा , मुख्य प्रबंधक कार्मिक एस० के० सेनगुप्ता , के बीच लम्बी वार्ता हुई मगर मजदूरों की समस्या को हल करने की दिशा में प्रबंधन टस से मस नहीं हुआ जिसके बाद मजदूरों ने यूसिल की जादूगोड़ा ,नरवापहाड़, तुरामडीह ,महलडीह ,बागजाता ,बांदूहुरंग,और भाटिन माइंस में हड़ताल का बिगुल फूंक दिया .
सुमु यूनियन के महासचिव रमेश माझी ने मांगों के बारे में बताया की हर पब्लिक सेक्टर कम्पनी में पेंशन पालिसी लागू है मगर यूसिल जादूगोड़ा में आज तक ये पालिसी लागु नहीं की गयी है. इसके अलावा मजदूर कम्पनी के लाभांश का पांच प्रतिशत मांग रहे है , साथ ही पोस्ट रिटायरमेंट मेडिकल सेवा जिसके तहत मजदूरों को सेवानिवृति के बाद मेडिकल की सुविधा मिलती है , एवं प्रमोशन पालिसी को नियमित रूप से लागू करने की मांग है . जो पिछले डेढ़ वर्षों से लंबित है मगर कम्पनी लगातार टालमटोल करती आ रही है . माझी का कहना है की कम्पनी के अधिकारीयों के वेतन भत्तों में लगातार वृद्धि हो रही है उनके प्रमोशन और लाभ के लिए हर साल नयी – नयी पालिसी बन रही है मगर जब बात मजदूरों के अधिकार की आती है तो प्रबंधन उन मांगों को गैर कानूनी बताता है . इस बार ये नहीं चलेगा . अब आर -पार की लडाई होगी और मजदूर अपना हक़ लेकर रहेंगे.
इधर कम्पनी के महाप्रबंधक ( कार्मिक / औ० सं० ) संजय कुमार शर्मा ने इस हड़ताल को गलत और गैरकानूनी करार दिया है .
बहरहाल कम्पनी के अड़ियल रूख के बाद अब हड़ताल के लम्बा खींचने के आसार नज़र आ रहे हैं .