बहरागोड़ा : बडसोल के बहुलिया पंचायत अंतर्गत रंगुनिया गॉव से पश्चिम बंगाल के जेनाघाटी तक यातायात के लिये बनी लगभग 500 मीटर लकड़ी की पुल नदी में पानी बढ़ने कारण पुल के एक तरफ सड़क बह गई जिससे आवागमन ठप हो गया है. पहले जैसा आवागमन शुरू करने के लिए लकड़ी की पुल कमिटि के सदस्यों ने श्रमदान से मिट्टी ,कक्कड़, बालू, गोटी ट्रैक्टर और जेसीबी के साहारे चलने जैसा बनाया जा रहा है. सदस्यों ने बताया बह गए पुल को पहले जैसा बनाने के लिए लगभग 90 हाजार रूपया ख़र्चा हो रहा है. बिदित हो कि यह गाँव स्वर्ण रेखा नदी के तट पर बसा है और यह नदी तीन राज्य झारखंड, बंगाल और ओडिसा को जोड़ती है. इस पुल के उस पार पंचिम बंगाल के आसोनवनी व इस पार झारखंड के रंगुनिया गॉव को जोड़ती हैं. लकड़ी पुल कमिटि के प्रधान भरत मंडल के मुताबिक पुल के रखरखाव के लिए 40 लोगों की कमिटि है और सभी 40 लोगों से 20 हजार रुपया करके लिया गया है. इस पुल व दोनों तरफ सड़क को बनाने में 7 लाख ख़र्चा होता है, जिसमें से मिस्त्री, कांटी, लकड़ी आदि निर्माण सामग्रियों में यह रुपया खर्च होता है. इस पुल में गुजरने वाले लोगों से मोटरसाइकिल से 10 रुपया , कार वालों से 40 रुपया व पिकआप वैन से 70 रुपया लिया जाता है.
इस पुल से हर रोज 4000 का इनकम होता है.
खास कर बहरागोड़ा में अच्छे स्वास्थ्य व्यवस्था नहीं होने कारण पश्चिम बंगाल के गोभीबल्लभपुर हॉस्पिटल में इलाज कराने के लिए ग्रामीणों ने इस पुल से होते हुए जाते हैं. सब्जी विक्रेताओं को भी बहुत ही आसानी से गोपीबल्लवपुर से सब्जी बेचकर घर आ जाते हैं. ऊक्त पुल नहीं बनने के कारण बरसोल के लोगों को पश्चिम बंगाल जाने के लिए 40 किलोमीटर घूमना पड़ रहा है.