चाकुलिया वन विभाग कार्यालय में शनिवार को मौरबेड़ा के मृतक सुकरा मुंडा की पत्नी सोमवारी मुंडा और शाकाभांगा के मृतक सुकरा मुंडा की पत्नी सहचरी मुंडा समेत अन्य परिजन सुबह से ही वन विभाग कार्यालय के समक्ष धरना पर बैठे हुए हैं. इनका कहना है कि जब तक मुआवजा का भुगतान नहीं होगा तब तक वे धरना से नहीं उठेंगे. ज्ञात हो कि शाकाभांगा के सुकरा मुंडा को विगत 26 अक्टूबर को एक जंगली हाथी ने पटक कर मार डाला था. वहीं मौरबेड़ा के सुकरा मुंडा को विगत 5 नवंबर को पटक कर मार डाला था. दोनों मृतकों के आश्रितों को श्राद्ध कर्म करने के लिए वन विभाग द्वारा 25 – 25 हजार रुपये दिए गए थे. शेष 3.75 लाख की राशि का भुगतान नहीं किया गया है. मुआवजे की शेष राशि के भुगतान के लिए वन विभाग द्वारा आश्वासन दिया जा रहा था. इस मौके पर गांव के नवीन मुंडा, भरत मुंडा, सुनाराम मुर्मू, बबलू मुंडा शामिल थे. इस संबंध में रेंजर दिग्विजय सिंह ने वन विभाग कार्यालय में ग्रामीणों को बिना सूचना के धरना पर बैठ जाना को गलत बताया. उन्होंने कहा की आश्रितो के उत्तराधिकारी प्रमाण पत्र की मूलप्रति मिलने के बाद ही मुआवजा की राशि प्रदान की जाएगी.
पूर्व मुख्यमंत्री भाजपा नेता चंपई सोरेन ने माता-पिता और गोंसाडे की पूजा के बाद किया नामांकन
K. Durga Rao सरायकेलाः पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता चंपई सोरेन आज सरायकेला विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया। उन्होंने...