बहरागोड़ा : झारखंड के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ दिनेश कुमार षड़ंगी ने एक प्रेस वक्तव्य जारी करके पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के द्वारा डॉक्टरों का काम पूरा करने के लिए 3 साल का डिप्लोमा कोर्स शुरू करने के संबंधी बयान को तीव्र भर्त्सना करते हुए कहा कि डॉक्टरों का काम लोगों की जिंदगी से जुड़ा हुआ है. वर्तमान के साडे 5 साल के बदले 3 साल का डिप्लोमा कोर्स चालू करें. आधे अधूरे नीम हकीम के द्वारा लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करने नहीं दिया जा सकता है. चिकित्सकों को जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र भी देना पड़ता है. अपनी सस्ती राजनीति चमकाने के लिए खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को इन चिकित्सकों के भरोसे छोड़ना समता और नैसर्गिक न्याय के सिद्धांत के खिलाफ है. आज जबकि एमबीबीएस डिग्री वाले को छोड़कर सभी जगह सुपर स्पेशलिस्ट की मांग और आवश्यकता है. वहां इस तरह का बात करना बिल्कुल बेतुका है. उन्होंने मांग की है कि केंद्र और राज्य सरकार हर एक जिले में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज खोलकर सीट संख्या बढ़ाकर प्रशिक्षित चिकित्सक को डबल्यूएचओ गाइडलाइन और अल्मा आटा डिक्लेरेशन के तहत चालू करे.
शिवभक्तों पर जानलेवा हमला, जगन्नाथपुर थाना में मामला दर्ज
चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिले के जगन्नाथपुर में सावन माह में जल चढ़ाने नोवामुंडी स्थित मुर्गामहादेव जाने के क्रम में...