जमशेदपुरः रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा हाल में पेटीएम (PAYTM) पर लगाए प्रतिबंधों को लेकर देश भर में पेटीम का उपयोग करने वाले व्यापारियों की चिंताओं और आशंकाओं को देखते हुए कैट (CAIT) ने देश भर में पेटीएम का उपयोग करने वाले व्यापारियों को सावधान करने के लिए सलाह जारी की है। कैट द्वारा जारी एडवाइजरी में पेटीएम उपयोगकर्ताओं को अपने धन की सुरक्षा के लिए तुरंत उपाय करने और बिना किसी नुकसान के अपने वित्तीय लेन-देन को सुनिश्चित करने को कहा गया है।
कैट (CAIT) के राष्ट्रीय सचिव सुरेश सोंथालिया ने कहा कि बड़ी संख्या में लोग छोटे व्यापारी, विक्रेता, हॉकर्स और महिलाएं पेटीएम (PAYTM) के माध्यम से लेन-देन कर रहीं हैं और आरबीआई के प्रतिबंध से इन लोगों को वित्तीय अशांति हो सकती है।
सोंथालिया ने कहा कि पेटीएम पेमेंट बैंक पर प्रतिबंध के प्रमुख कारणों में से एक बिना सही पहचान के बनाए गए करोड़ों अकाउंट थे। इन एकाउंट्स के तहत केवाईसी (अपने ग्राहक की पहचान) की प्रक्रिया पूरी नहीं की गई थी। इतना ही नहीं इसमें बिना पहचान के करोड़ों रुपये का लेन देन भी किया गया था जिसे मनी लांड्रिंग की आशंका पैदा हुई है।
मीडिया समाचारों के अनुसार आरबीआई के प्रतिबंध लगाने का एक सबसे बड़ा कारण यह रहा कि पेटीएम पेमेंट बैंक के तहत एक पैन पर एक हज़ार से अधिक यूज़र्स के अकाउंट जुड़े हुए थे।इसके अलावा आरबीआई और ऑडिटर्स दोनों द्वारा जाँच में पाया गया कि पेटीएम बैंक नियमों का पालन नहीं कर रहा है । कैट का मानना है कि अगर फण्ड की हेराफेरी का कोई भी सबूत पाया जाता है तो ईडी को पेटीएम पेमेंट बैंक की जाँच करनी चाहिए
सोंथालिया ने बताया कि आरबीआई द्वारा पेटीएम पर लगाए गए हाल के प्रतिबंधों ने प्लेटफ़ॉर्म द्वारा प्रदान की जाने वाली वित्तीय सेवाओं की सुरक्षा और साथ में जारी करने के संबंध में समस्याएं उत्पन्न की हैं।
कैट ने व्यापारियों के लिए अपने धन जोखिम को कम करने के लिए सलाह दी है कि वे पेटीम से अपना पैसा तुरंत निकालें और अन्य पेटीएम एप पर स्विच कर जाएं। व्यापारी के लेन-देन की सुरक्षा और वित्तीय संपत्ति की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए, व्यापारी नेताओं ने पेटीएम उपयोगकर्ताओं को सीधे यूपीआई के ज़रिए लेन-देन की सलाह दी है वहीं दूसरी ओर अनेक बैंकों के पेमेंट एप का भी उपयोग करने का सुझाव दिया गया है।
सोंथालिया ने कहा कि कैट की सलाह हाल में रिजर्व बैंक की कार्यवाही के मद्देनजर व्यापारियों के वित्तीय हितों की सुरक्षा के लिए ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि कैट ऐसी सभी कंपनियों का पुरजोर विरोध करता रहेगा, जो देश के निगम एवं क़ानूनों की कोई चिंता न करते हुए लगातार उल्लंघन करती हैं।