जमशेदपुर : अपनी सुरक्षा को लेकर घबराये डॉक्टर एवं नर्सिंग स्टाफ मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग को लेकर कोल्हान के इकलौते सबसे बड़े सरकारी एमजीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सभी डॉक्टर एवं स्वास्थ्यकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं जिससे अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था बुरी तरह लड़खड़ा गई है. डॉक्टर एवं नर्सिंग स्टाफ मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने के साथ -साथ अस्पताल में सुरक्षा प्रबंध भी बढ़ाए जाने की मांग कर रहे हैं.
अचानक हुए इस हड़ताल के बाद चिकित्सा के लिए अस्पताल पहुंच रहे मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों से इलाज की आस लेकर अस्पताल आनेवाले मरीजोंके सामने विकट परिस्थिति उत्पन्न हो गयी है .वहीँ दूसरी तरफ आन्दोलनरत हड़ताली डॉक्टरों एवं नर्सिंग स्टाफ ने साफ कर दिया है कि सुरक्षा की गारंटी और आरोपी की गिरफ्तारी तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.
ज्ञात हो की बीते सोमवार की रात एक बच्ची की इलाज के क्रम में मौत के बाद ड्यूटी पर तैनात जूनियर डॉक्टर की मरीज के परिजनों ने जमकर पिटाई कर दी थी. इस पिटाई में जूनियर डॉक्टर बुरी तरह से घायल हुए थे. इस घटना के विरोध में मंगलवार से एमजीएम अस्पताल के डॉक्टर हड़ताल पर चले गए. इधर हड़ताल के दूसरे दिन अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ का भी चिकित्सको को समर्थन मिल गया है जिससे अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. चिकित्सको एवं नर्सिंग स्टाफ की हड़ताल ऐसे समय में हुई है जब पूरे जिले में डेंगू का प्रकोप चरम पर है. वहीँ इस अस्पताल में इलाज के लिए पूरे कोल्हान प्रमंडल से हर दिन करीब एक से डेढ़ हज़ार मरीज पहुँचते हैं. इस स्थिति में यदि ये हड़ताल लम्बी खिंच गयी तो अस्पताल की पूरी व्यवस्था ही चरमरा जायगी. क्योंकि पूरे कोल्हान प्रमंडल में एक यही सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है.