प्रिंसिपल सुश्री रूपा घोष ने हमारे स्कूल के ‘सारथियों’ का स्वागत किया जो हमारे बच्चों का सुरक्षित परिवहन करते हैं। अपने भाषण में, उन्होंने कहा कि एक ड्राइवर की भूमिका एक सारथी की तरह है जो सही दिशा की ओर बढ़ती है। उन्होंने उनकी कड़ी मेहनत और सहायक मानसिकता को स्वीकार किया और सभी सारथी भैया के प्रति आभार व्यक्त किया।
श्री शरथ चंद्रन, निदेशक के.पी.एस. स्कूलस इस अवसर पर इन मूल्यवान ड्राइवरों को सम्मानित करने के लिए उपस्थित थे, जो हमारे स्कूल के सुचारू संचालन में अभिन्न भूमिका निभाते हैं। उन्होंने उपस्थित 30 वैन व ऑटो चालकों को टी-शर्ट वितरित की।
उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ऑटो और वैन चालक माता-पिता और स्कूल के बीच की खाई को भरते हैं। माताएं अपने बच्चों को सुबह ऑटो चालकों के हवाले कर देती हैं और आश्वस्थ हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि उनके योगदान को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। निदेशक ने बच्चों से कहा कि यदि वे जीवन में कुछ बनना चाहते हैं तो उन्हें समाज के प्रत्येक सदस्य का सम्मान और धन्यवाद करना चाहिए और उनका प्यार और आशिर्वाद प्राप्त करना चाहिए।
श्री मुख्तार आलम, अभिभावक प्रतिनिधि, इस कार्यकर्म से बहुत प्रभावित हुए और हमारे स्कूल के सारथी के प्रति सम्मान दिखाने के लिए केपीएस मानगो में इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए स्कूल के प्रबंधन, प्रिंसिपल और शिक्षकों को धन्यवाद दिया।
उन्हें अपने बेटे की स्कूल में 10 साल की पढ़ाई याद आ गई। उनके बेटे को पांच बार 100% उपस्थिति का पुरस्कार मिला और उनके पुत्र डॉक्टर जहांजेब खान समय पर स्कूल पहुंच कर अपनी पढ़ाई सफलतापूर्वक कर एमजीएम से एमबीबीएस कर के आज एक सफल डॉक्टर है क्योंकि उसका ऑटो चालक उसे सुरक्षित और समय पर स्कूल ले जाता था। उन्होंने सुझाव दिया कि शहर में इस तरह का कार्यक्रम आयोजित किया जाना चाहिए और सारथियों को उनके योगदान के लिए मान्यता दी जानी चाहिए।
हमारे स्कूल के एक ऑटो चालक मो. शरीक अंसारी ने अपने भाषण में इस अद्भुत कार्यक्रम को प्रस्तुत करने और ऑटो और वैन चालकों के प्रयासों को पहचानने और सम्मान करने के लिए स्कूल को धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर वी.पी. सुश्री उषा राजशेखरन और एच.एम. सुश्री आभा विश्वकर्मा उपस्थित थीं।
वैन और ऑटो चालकों ने स्कूल की सेफ क्लब कप्तान आसफिया द्वारा दिलाई गई सुरक्षा शपथ ली। उपकप्तान फरहान खान ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
स्कूल के छात्रों ने एक जीवंत और उत्साही कार्यक्रम प्रस्तुत किया जिसमें दर्शकों के लिए नुक्कड़ नाटक, सुरक्षा गीत और नृत्य शामिल थे। कार्यक्रम के शिक्षक व छात्र-छात्राओं ने देखा।
कार्यक्रम की सफलता, सुरक्षा क्लब संचालकों सुश्री डॉली चटर्जी और सुश्री सुस्मिता सरकार की सावधानीपूर्वक योजना, समन्वय और कड़ी मेहनत के कारण थी।