जमशेदपुरः पूर्वी सिंहभूम जिला पारंपरिक माझी परगना महाल के नेतृत्व में समाजिक संगठनों ने आज संयुक्त रूप से उपायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद राज्यपाल, मुख्यमंत्री, जेसीईआरटी निदेशक, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के डायरेक्टर के नाम उपायुक्त को मांग पत्र सौंपा।
मौके पर उपस्थित देश परगाना बाबा बैजू मुर्मू ने कहा कि जेसीईआरटी निदेशक द्वारा विगत दिनों नई शिक्षा नीति 2020 के तहत क्षेत्रीय भाषा में पठन-पाठन हेतु कक्षा तीसरी से पांचवीं तक का गणित एवं पर्यावरण विषय के पाठ्यपुस्तक के लिए शिक्षकों का दल गठित किया गया था। गठित शिक्षक दल ने संथाली भाषा के लिए ओलचिकी लिपि का प्रयोग करते हुए पठन-पाठन सामग्री तैयार कर विभाग को दिया, लेकिन जेसीआरटी निदेशक ने सामग्री को अस्वीकार करते हुए पुन: देवनागरी लिपि में छपने के लिए शिक्षकों को बुलाया और ओलचिकी लिपि में तैयार करने वाले शिक्षकों को शो कॉज नोटिस जारी किया। कहा कि इस मामले को लेकर विभाग को बैठक आयोजित करने के लिए आवेदन दिया है। अगर 1 सप्ताह के अंदर बैठक आयोजित करते हुए समस्या का समाधान नहीं किया तो आदिवासी संथाल समाज दुमका से कोल्हान तक सड़क पर उतरेंगे।
उन्होंने कहा कि परसुडीह थाना क्षेत्र को नगर परिषद के रूप में घोषित करने की तैयारी चल रही है, जिसका विरोध करने की बात कही गई। कहा गया कि परसुडीह थाना क्षेत्र पांचवी अनुसूची क्षेत्र में आता है, और यहां नगर पालिका, नगर निकाय, नगर परिषद का गठन करना संविधान के अनुच्छेद 243 (जेड) सी के तहत असंवैधानिक है।
इस मौके पर तोरोप पारगना दसमत हांसदा, हरिपोदो मुर्मू, पुंता मुर्मू , सुशील हांसदा, आसेका अध्यक्ष सुबोध मंडी, आसेका महासचिव शंकर सोरेन, मांझी बाबा दुर्गा चरण मुर्मू, रमेश मुर्मू, दीपक मुर्मू, मानसिंह सोरेन, सुखराम किसकू, सुरेंद्र टुडू, बिरसिंह बास्के, मधु सोरेन आदि उपस्थित थे।