एक तरफ जहाँ आम लोगों तक अपनी योजनाओं को पहुँचाने के लिए झारखण्ड सरकार द्वारा सरकार आपके द्वार कार्यक्रम चलाया जा रहा है वहीँ झारखण्ड की उप -राजधानी दुमका में जिला शिक्षा अधीक्षक के कार्यालय के सरकारी बाबुओं का बुरा हाल है . इनकी कार्यशैली जहाँ एक तरफ सरकार की इस महत्वकांक्षी कार्यक्रम का मखौल उड़ा रही है वहीँ आम जनता को इनके द्वार से बिना काम करवाए ही वापस लौट जाना पड़ रहा है .
तस्वीर में दिख रहे ये ज़नाब दुमका जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय के कर्मी हैं . जो बड़े मज़े से बेपरवाह चैन की नींद ले रहे हैं . और यह इनकी हर दिन की दिनचर्या है . ऐसे में यदि कोई व्यक्ति काम करवाने कार्यालय आ भी जाये तो उसकी क्या हालत होती होगी इसका अंदाज़ा सहज ही लगाया जा सकता है . मगर नौकरी सरकारी है आम आदमी की परवाह किसे है ?