दक्षिणी ईचड़ा पंचायत भवन में एक दिवसीय योग योग प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया. इस मौके पर जादूगोड़ा क्षेत्र की प्रख्यात योग शिक्षिका नीलम प्रसाद ने शिविर में आये मुखिया, वार्ड सदस्यों और ग्रामीणों को योग करवाया और इसके दैनिक जीवन में महत्व से परिचित करवाया.
इस मौके पर शिविर में उपस्थित प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए नीलम प्रसाद ने कहा की अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाने का भी विशेष महत्व है. यह दिन उत्तरी गोलार्ध का सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है जिसे ग्रीष्म संक्रांति भी कहते हैं. इसी दिन सूर्य दक्षिणायन भी होता है जो किसी भी सिद्धि को प्राप्त करने के लिए सबसे उत्तम दिन माना जाता है. उन्होंने कहा की योग एक क्रिया के साथ -साथ साधना भी है और जिसने इसे साध लिया उसे शायद ही कभी चिकित्सक के पास जाने की जरुरत पड़ेगी. उन्होंने ओसके साथ -साथ ओम शब्द का योग में क्या महत्व है और इसके उच्चारण से क्या लाभ होता है इसके बारे में भी विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने कहा की आज विश्व का हर देश योग कर रहा है और लोग नियमित रूप से योग करके लाभ भी उठा रहे हैं. योग शब्द का अर्थ ही है जोड़ना अर्थात स्वयं को अपने शरीर की इन्द्रियों से सामंजस्य बिठा कर जोड़ना , पूरे शरीर को परमात्मा से जोड़ना और फिर इस निराकार सिद्धि को पा लेना.
मुखिया मंजरी बांद्रा ने कहा की वर्तमान में लोग धीरे – धीरे प्राकृतिक चिकित्सा की ओर जा रहे हैं ऐसे में अवश्यक है की हमलोग प्रतिदिन कम से कम 20- 25 मिनट अपने इस शरीर के लिए निकालें. और योग को पअपनी जीवनशैली में अपनाएं. जिससे स्वस्थ मस्तिष्क के साथ स्वस्थ शरीर का भी विकास होगा और हम अपने को तनाव मुक्त भी रख पायेंगे. उन्होंने कहा की अगर पंचायत के लोग नियमित रूप से योग करना चाहेंगे तो उन्हें पंचायत परिसर में नियमित रूप से स्थान भी उपलब्ध करवा दिया जायगा.
इसके बाद योग प्रशिक्षक नीलम प्रसाद ने सभी लोगों को योग के अलग -अलग आसन , मुद्राएँ और क्रियाएँ बताई और सभी लोगों से उसे करवाया. एक घंटे तक चले इस योग सत्र का सभी लोगों ने पूरा -पूरा लाभ उठाया.
इस योग शिविर में मुखिया के साथ वार्ड सदस्यों में रतनी पात्रो, गुड्डी मुखी,प्रशांत माझी, उपस्थित रहे. वहीँ ग्रामीणों में महेंद्र हेम्ब्रम, जवानी हेम्ब्रम, बापी बारीक़, सोमवारी हो, भगवती हंसदा, सलमा हंसदा , किरण देवी, कृष्णा हो, लक्ष्मी हेम्ब्रम, मिनती पॉल, समेत काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.