जमशेदपुर
गर्मी ने अभी पूरी तरह से दस्तक भी नहीं दी है, लेकिन पूर्वी सिंहभूम जिला के कई ऐसे इलाके हैं, जहां पानी की किल्लत शुरू हो गई है। जलस्तर काफी नीचे चला गया है, जिस कारण चापाकल सूख गए हैं और लोगों को काफी दूर से पानी लाना पड़ रहा है, जिस कारण उनकी परेशानी बढ़ गई है। यहां हम बात कर रहे हैं पोटका प्रखंड की।
पोटका प्रखंड के चांदपुर पंचायत के हतनाबेड़ा और तिरिलघुटु टोला की स्थिति तो काफी बदतर है। आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि यहां केवल एक ही चापाकल है और उसकी भी हालत खराब है। विभाग भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। यही कारण है कि लोग घंटों चापाकल चलाते हैं, लेकिन उसमें से पानी नहीं निकलता। ऐसे में लोगों को होने वाली परेशानी का अंदाजा लगाया जा सकता है।
इस एकमात्र चापाकल के खराब रहने के कारण बीते पंद्रह दिनों से इस टोले की सभी गृहिणियों को लगभग दो किलो मीटर दूर हतनाबेड़ा स्कूल से पानी ले जाना पड़ रहा है। गर्मी दस्तक दे चुकी है, दिन ब दिन सूर्य की तपिश भी बढ़ती जा रही है, लेकिन उनकी इस स्थिति की ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है।
आलम यह है कि अभी से ही प्रखंड के अनेकों गांव में चापाकल खराब हैं, लेकिन दुर्भाग्य है कि विभाग अभी भी मौन है। प्रखंड के विभागीय कर्मियों और पदाधिकारियों का कहना है कि पहले हुए काम का ही पैसा अभी तक नहीं मिला है, जिसके कारण मजदूर काम करने में रुचि नहीं ले रहे हैं। साथ ही जरूरत की सामानों की भी किल्लत है, जिसके कारण मरम्मत का कार्य यहां ठप्प हो गया है।
इसी तरह चांदपुर पंचायत के ही चांदपुर ऊपर टोला छौ नाच मैदान के सामने , चांदपुर के अमृत भकत के घर सामने स्थित चापकलों के खराब रहने के कारण ग्रामीण परेशान हैं। जिप सदस्या श्रीमती प्रतिमा रानी मंडल (पोटका – 11) द्वारा ग्रामीणों की सूचना के आधार पर प्रखंड प्रशासन को मामले की जानकारी देते हुए समस्या के समाधान का अनुरोध भी किया गया, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ।
प्रतिमा रानी मंडल ने कहा कि अब वे सोमवार को जिले की डीसी से मिलकर पोटका में चापाकल मरम्मती में हो रही लापरवाही के बारे में लिखित शिकायत करेंगी। साथ ही श्रीमती मंडल गर्मी के विकराल रूप एवं पेयजल संकट की त्राहिमाम स्थिति उत्पन्न होने से पूर्व ही प्रखंड के सभी खराब चापकलों की मरम्मती सुनिश्चित करवाने का अनुरोध करेंगी।