जमशेदपुरः जमशेदपुर में दुर्गा पूजा का उत्साह जोरों पर है। कोरोना काल के बाद आयोजकों में भी उत्साह है और सैकड़ो की संख्या में पंडाल बने हैं। इन पंडालों में मां दुर्गा की भव्य और आकर्षक प्रतिमा स्थापित की गई है। भक्ति भाव से पूजा शुरू हो चुका है। इन सबके बीच मां दुर्गा की एक ऐसी भक्त है या यूं कहें एक ऐसा भक्त है जो पिछले 17 साल से भी ज्यादा समय से मां दुर्गा की पूजा कर रही है।
यहां हम बात कर रहे हैं अमरजीत सिंह गिल की। अमरजीत एक किन्नर है और टाटा स्टील के बोकारो वेस्ट बोकारो यूनिट में वह कार्यरत है। खास बात यह है कि टाटा स्टील ने जब थर्ड जेंडर यानी किन्नरों को जॉब देने की शुरुआत की थी, उस वक्त नौकरी पाने वाली पहली किन्नर है अमरजीत।
अब बात करते हैं उसकी मां दुर्गा के प्रति भक्ति की, तो आपको बता दें कि वह पिछले करीब 17 वर्षों से मां दुर्गा की पूजा कर रही है। नामदा बस्ती के अपने किराए के घर में वह अपनी एक रूम मेट आनंदी सिंह के साथ रहती है और वहीं पूजा करती है।
खास बात यह है कि अमरजीत मां दुर्गा की प्रतिमा खुद ही बनाती है। प्रतिमा के लिए सामग्री के साथ ही वह गंगाजल की व्यवस्था कर लाती है। खास बात यह है कि वह प्रतिमा बनाने के लिए बीच-बीच में जमशेदपुर आती है। प्रतिमा को बनाने, सूखाने, कलर करने के साथ ही कपड़े और दूसरे आभूषणों से सजाने तक का काम वह खुद ही करती है।
इसके बाद वह पूरे 9 दिनों तक उपवास रहकर पूजा करती है। अमरजीत कहती है कि वैसे तो वह नौ दिनों तक पूरी तरह उपवास करने का प्रयास करती है, लेकिन भूख लगने पर फल खाती है। इस दौरान वह अनाज नहीं खाती। पूरे 9 दिनों तक वह भक्ति भाव से मां दुर्गा की आराधना करती है।
हर साल किन्नर समाज के लोग भी उसकी पूजा में शामिल होते थे, लेकिन इस बार सोसाइटी से जुड़ी परेशानियों के कारण वे पूजा में शामिल नहीं हो सके। हालांकि, अमरजीत कहतीं हैं कि वे सभी विसर्जन के दिन जुटें और पूरे हर्षोल्लास के साथ मां दुर्गा की प्रतिमा को विसर्जन के लिए ले जाया जाएगा।