जमशेदपुर का वरीय पुलिस अधीक्षक कार्यालय शुक्रवार को दोपहर के डेढ़ बजे अचानक दो पक्षों की मारपीट के कारण रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. एसएसपी ऑफिस पहुंचे दो पक्षों के लोग आपस में ही एक दुसरे से भिड गए और जमकर लात – घूंसे चले. मौके पर उपस्थित पुलिस कर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद दोनों पक्षों के लोगों को अलग किया और पकड़कर बिष्टुपुर थाना लेकर गयी. इस घटना में एक पक्ष से एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल भी हुआ है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला पारिवारिक विवाद से जुड़ा हुआ है जिसकी जमशेदपुर न्यायालय में सुनवाई चल रही है. मामला यूं है की कदमा निवासी निशा कुमारी ने 2019 में अपने पति संजीव कुमार के खिलाफ प्रताड़ना का मामला दर्ज कराया था. मामला अदालत में चलने के बाद इसमें नया मोड़ आया जब निशा कुमारी ने मानगो निवासी अपनी बहन लक्खी सिंह के खिलाफ एक दूसरा मामला दर्ज करवा दिया , जिसमें उसने अपनी बहन पर आरोप लगाया कि लक्खी सिंह के दबाव में आकर ही उसने अपने पति संजीव पर प्रताड़ना का पर झूठा मामला दर्ज कराया था. शुक्रवार को इसी मामले को लेकर न्यायलय में सुनवाई होनी थी. जहां न्यायालय में भी दोनों पक्षों के बीच झड़प हो गई. कोर्ट में हुए झड़प के बाद लक्खी सिंह इस मामले को लेकर अपने दो समर्थकों के साथ एसएसपी कार्यालय शिकायत दर्ज करवाने पहुंची थी. तभी वहां पर निशा सिंह और उसके पति संजीव कुमार भी अपना पक्ष रखने पहुँच गए. इसके बाद दोनों पक्षों के बीच तू–तू मैं-मैं शुरू हो गयी और वो लोग पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय -1 बिरेन्द्र राम के कक्ष के बाहर तक पहुँच गए और वहीँ से मारपीट शुरू हो गयी. किसी तरह सभी को अलग करके बाहर लाया गया. वहां भी दोनों पक्ष भिड गए. इसके बाद मौके पर बिष्टुपुर पुलिस पहुंची और दोनों पक्षों के लोगों को पकड़ कर थाना ले गयी.
शुरू हो गयी आ गए, जहां दोनों पक्षों में जिला मुख्यालय के बीच मारपीट हो गई. डीएसपी वन वीरेंद्र राम के चैम्बर के सामने ही मारपीट करने लगे. पुलिस ने त्वरित दोनों पक्षों को अलग किया, जिसके बाद कार्रवाई के लिए बिष्टुपुर थाना पुलिस साथ ले गई. जहां जिला मुख्यालय में मारपीट कार्रवाई मामले में कार्रवाई की जाएगी. पुलिस उपाधीक्षक बिरेंद्र राम का कहना है कि मामला पुराने विवाद से जुड़ा हुआ है. दोनों पक्ष का पारिवारिक झगड़ा है. घटना में 5-6 लोग घायल हुये हैं. मामला बिष्टूपुर थाने में गया है. पुलिस जांच कर रही है.