जमशेदपुर : सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने झारखंड के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह से कोल्हान में उद्योगों को झारखण्ड के अन्य जिलों में मिलने वाली बिजली के दर पर ही बिजली उपलब्ध करवाने की मांग की है।
सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष विजय आनंद मुनका ने बताया कि कोल्हान प्रमंडल के अंतर्गत आने वाले आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र, चांडिल, घाटशिला, मुसाबनी, धालभूमगढ़, गम्हरिया, कान्द्रा, चाकुलिया, चक्रधरपुर में स्थापित उद्योगों को झारखण्ड राज्य विद्युत निगम द्वारा बिजली की आपूर्ति की जाती है। इस क्षेत्र में डीवीसी के द्वारा बिजली की आपूर्ति नहीं की जाती है। जबकि झारखण्ड के अन्य जिलों जैसे बोकारो, रामगढ़, महगामा, गोला, गिरिडीह आदि जिलों में डीवीसी के द्वारा बिजली की आपूर्ति की जाती है, जिसकी बिजली की प्रति यूनिट दर लगभग 3.60 रूपये है। वहीं कोल्हान के उपरोक्त स्थानों में स्थापित उद्योगों को बिजली जे.वि.एन.एल. द्वारा लगभग 5.60 रूपये के हिसाब से प्राप्त हो रही है। जो कि डीवीसी की बिजली की दर से करीब 40 प्रतिशत अधिक है। इस कारण इस क्षेत्र के बहुत सारे उद्योग विशेषकर आयरन एंड स्टील से संबंधित तथा अन्य उद्योग जिनका प्रमुख रॉ मैटेरियल बिजली ही है राज्य के अन्य उद्योगों के साथ प्रतिस्पर्धा से बाहर हो रहे हैं और फलस्वरूप उन्हें इस क्षेत्र में अपना उद्योग बंद करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बिजली की दर अधिक होने के कारण इस क्षेत्र से उद्योगों का बंद / पलायन होना लगातार जारी है, इससे कोल्हान के तीनो जिले – पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम एवं सरायकेला-खरसावाँ को प्राप्त होने वाले राजस्व में कमी आ रही है तथा बेरोजगारी भी बढ़ रही हैं।
विजय आनंद मूनका ने बताया कि कोल्हान में नये उद्योगों की स्थापना और पलायन को रोकने हेतु झारखण्ड के अन्य जिलों में मिलने वाली बिजली दर के अनुरूप ही एक समान दर से बिजली उपलब्ध हो इसके लिये उचित कदम उठाये जाने चाहिए या डीवीसी की बिजली सप्लाई शुरू करने की जरूरत है।
चैम्बर ने उद्योगहित, राजस्वहित एवं राज्यहित में इसपर कार्रवाई की उम्मीद जताई।