जमशेदपुरः जमशेदपुर के व्यापारी झारखंड सरकार द्वारा लगाए जा रहे व्यापार शुल्क का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बाजार शुल्क को वापस लेने की मांग की है। इसे लेकर आज सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री सभागार में जमशेदपुर के खाद्यान्न व्यापारियों की एक बैठक हुई, जिसमें झारखंड सरकार द्वारा बाजार समिति पर 2 प्रतिशत बाजार शुल्क लगाने को लेकर चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता चैंबर अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने की।
बैठक में परसुडीह कृषि उत्पादन बाजार समिति व्यापार मंडल के दीपक भालोटिया, महासचिव करण ओझा, दिलीप अग्रवाल पप्पु सहित काफी संख्या में व्यापारी उपस्थित थे। सभी व्यापारियों ने एक स्वर में झारखंड सरकार द्वारा लगाये जाने वाले बाजार शुल्क का विरोध किया और कहा कि इसके लगने से इंस्पेक्टर राज की वापसी होगी, भ्रष्टाचार बढ़ेगा, सीमावर्ती राज्य के थोक विक्रेता झारखंड में प्रचुर मात्रा में माल बेचने लगेंगे। व्यापारियों ने वापस लेने के लिये जो भी आंदोलन की आवश्यकता होगी उसे करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
बैठक में निर्णय लिया गया कि आंदोलन के परिपेक्ष्य में सबसे पहले एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को झारखंड के राज्यपाल से मिलेगा। उसके उपरांत आगे की रणनीति तय की जायेगी। अगर बात नहीं बनी तो बाजार बंद करने के साथ ही काला बिल्ला लगाकर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। सभा को चैंबर अध्यक्ष विजय आनंद मूनका, निवर्तमान अध्यक्ष सुरेश सोंथालिया, मानद महासचिव मानव केडिया, उपाध्यक्ष (व्यापार एवं वाणिज्य) नितेश धूत, उपाध्यक्ष (उद्योग) महेश सोंथालिया, उपाध्यक्ष (जनसंपर्क एवं कल्याण) मुकेश मित्तल, सचिव अनिल मोदी, कोषाध्यक्ष किशोर गोलछा, निवर्तमान महासचिव भरत वसानी, सुभाष साहा, महेश गोयल, सत्यनारायण अग्रवाल मुन्ना, पवन नरेडी ने संबोधित किया। बैठक में कुंजबिहारी गुप्ता, विजय अग्रवाल, अजय अग्रवाल, रौनक सिंह, महेश संघी, आनंद राव, मनोज गोयल, रामू देबुका, आनंद चौधरी, प्रेम कांवटिया, विनोद मित्तल, आशीष शर्मा ने भी अपने विचार रखे।