जमशेदपुर : कई बार कुछ अजीबोगरीब मामले सामने आते हैं, जो कौतूहल के साथ आश्चर्यजनक भी होते हैं। कुछ इसी तरह का एक मामला सरायकेला जिले के बुरुडीह गांव में सामने आया। मामले का खुलासा तब हुआ, जब पीड़ित इलाज के लिए मानगो स्थित गंगा मेमोरियल अस्पताल पहुंचा। जांच के बाद पीड़ित 27 वर्षीय रंजन प्रमाणिक के शरीर में महिला प्रजनन अंग पाए गए। डॉक्टर ने टेस्ट किया तो पता चला कि उसके पेट में पूर्ण विकसित गर्भाशय व फेलोपियन ट्यूब हैं। हालांकि, बाद में सर्जरी के द्वारा उसे निकाल दिया गया। अब रंजन पूरी तरह स्वस्थ है।
बता दें कि पेट में दर्द होने पर रंजन इलाज कराने के लिए गंगा मेमोरियल अस्पताल आया। यहां जांच की गई तो उसमें इंग्वाइनल हर्निया पाया गया। उसके बाद ऑपरेशन शुरू किया गया तो उसमें एक पूर्ण विकसित गर्भाशय और फैलोपियन ट्यूब मिला। इसके बाद महिला एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डा. मंजुला श्रीवास्तव को बुलाकर जानकारी दी गई। इसके बाद लगभग डेढ़ घंटे तक सर्जरी कर उस भाग को निकाल दिया गया। डॉ. मंजुला श्रीवास्तव ने बताया कि इस बीमारी को पर्सिस्टेंट म्यूलेरियन डक्ट सिंड्रोम यानी पीएमडीएस कहा जाता है। मरीज की सर्जरी करने में सर्जन डा. नागेंद्र सिंह, महिला एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. मंजुला श्रीवास्तव व ऐनेस्थियोलॉजिस्ट डॉ. रुद्र प्रताप शामिल थे। अब मरीज स्वस्थ हो चुका है। मरीज की हर्निया की सर्जरी आयुष्मान योजना व गर्भाशय की सर्जरी गंगा हास्पिटल में नि:शुल्क हुई है। मरीज आर्थिक रूप से काफी कमजोर था। वह मजदूरी का कार्य करता था। यह बीमारी उसे बीते कई सालों से थी, लेकिन पैसे के अभाव में इलाज नहीं करा पा रहा था।