जमशेदपुर : टाटा स्टील एशियन जूनियर ओपन एंड गर्ल्स चैंपियनशिप 2023 (Tata Steel asian junior and girls championship) की शुरुआत आज भारतीय शतरंज ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद (Chess Grandmaster Vishwanathan Anand) और टाटा स्टील कॉरपोरेट सर्विसेज के वाईस प्रेसिडेंट चाणक्य चौधरी ने की।
प्रतिष्ठित चैंपियनशिप के मैच 8 से 15 सितंबर के बीच जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में होंगे। इसमें सात देशों के कुल 121 खिलाड़ी भाग लेंगे, जिनमें 58 लड़कियां और 63 लड़के शामिल हैं। इन देशों में कजाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, रूस, इंडोनेशिया, नेपाल और भारत शामिल हैं।
चैंपियनशिप में दो श्रेणियां शामिल हैं – एशियन जूनियर ओपन (लड़के और लड़कियां) और एशियन गर्ल्स चेस चैंपियनशिप। यह दोहरी संरचना सुनिश्चित करती है कि सभी खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का समान अवसर मिले। चैंपियनशिप को क्लासिक, रैपिड और ब्लिट्ज तीन श्रेणियों में बांटा गया है। प्रतिभागियों की संख्या के आधार पर चैंपियनशिप को राउंड रॉबिन या स्विस सिस्टम टूर्नामेंट के रूप में आयोजित किया जाता है। ओपन एंड गर्ल्स चैंपियनशिप के विजेता को अगले साल की विश्व जूनियर चेस चैंपियनशिप में भाग लेने का मौका मिलेगा।
भारत और विदेशों में शतरंज के विकास की दिशा में टाटा स्टील के प्रयासों की सराहना करते हुए, विश्वनाथन आनंद ने कहा कि एक खेल के रूप में शतरंज भारत और दुनिया भर में प्रगति कर रहा है। विश्व स्तर पर एमेच्योर से लेकर भव्य टूर्नामेंटों में शीर्ष स्थान हासिल करने तक, हमने एक लंबा सफर तय किया है। टाटा स्टील के साथ रिश्ता बहुत पुराना और संजोने योग्य है। एशियन जूनियर चेस चैंपियनशिप के माध्यम से हम सभी काफी आगे बढ़ चुके हैं और यह युवा प्रतिभाओं के लिए शतरंज में साहसिक कदम उठाने का एक और अवसर होगा।
इस अवसर पर अपने संबोधन में टाटा स्टील के वाईस प्रेसिडेंट, चाणक्य चौधरी ने कहा कि शतरंज के साथ टाटा स्टील की यात्रा 3 दशक से भी पहले शुरू हुई थी, जो बौद्धिक गतिविधियों और रणनीतिक सोच को बढ़ावा देने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। टाटा स्टील एशियन जूनियर ओपन एंड गर्ल्स चेस चैंपियनशिप 2023 एक आगामी खेल केंद्र के रूप में जमशेदपुर के कायाकल्प का एक और प्रमाण है। टाटा स्टील में खेल हमेशा से हमारे लिए जीवन जीने का एक तरीका रहा है और इस तरह की अंतर-सांस्कृतिक बातचीत शतरंज के खेल में नए पहलू जोड़ेगी।
अपने विचार साझा करते हुए अखिल भारतीय शतरंज महासंघ के कोषाध्यक्ष नरेश शर्मा ने कहा कि टाटा स्टील के पास खेलों को बढ़ावा देने की समृद्ध विरासत है और इसने भारतीय शतरंज को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
पहली बार, भारत के पूर्वी राज्य झारखंड में इस स्तर के शतरंज चैंपियनशिप की मेजबानी की जा रही है। यह शतरंज को बढ़ावा देने और क्षेत्र में युवा प्रतिभाओं को पोषित करने की टाटा स्टील की प्रतिबद्धता को मजबूत करता है। जमशेदपुर में उद्घाटन समारोह में स्थानीय कलाकारों द्वारा झारखंड के छऊ नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति भी दी गयी।
इस अवसर पर टाटा स्टील शतरंज इंडिया के निदेशक वान डेन बर्ग जीरोएन, भारतीय शतरंज ग्रैंडमास्टर प्रवीण थिप्से, अखिल भारतीय शतरंज महासंघ के कोषाध्यक्ष नरेश शर्मा, टाटा स्टील एशियन जूनियर ओपन और शतरंज चैंपियनशिप 2023 के चीफ ऑर्बिटर धर्मेंद्र कुमार, ऋचा संचिता, कार्यकारी अध्यक्ष, ऑल झारखंड शतरंज सहित अन्य व्यक्ति मौजूद थे।