जमशेदपुर : भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लिए झटके कम नहीं हो रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में लगातार लग रहे झटकों के बाद साल 2024 कांग्रेस के लिए और गंभीर झटकों वाला वर्ष साबित होने जा रहा है। अगर कोल्हान की बात करें, तो सिंहभूम से कांग्रेस एमपी गीता कोड़ा ने कुछ दिन पहले ही कांग्रेस को छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया है। इतना ही नहीं भाजपा ने गीता कोड़ा को सिंहभूम से टिकट भी दे दिया है। इसी तरह अन्य जिलों से भी कांग्रेस के बड़े नेताओं का कांग्रेस से मोह भंग हो रहा है।
बुधवार को कांग्रेस के जामताड़ा जिला की पूरी टीम भाजपा में शामिल हो गई। जामताड़ा कांग्रेस अध्यक्ष हरिमोहन मिश्रा ने अपने पद से त्यागपत्र देकर भाजपा का दामन थाम लिया है। जमशेदपुर सर्किट हाउस में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के समक्ष उन्होंने भाजपा का दामन थामा।
हरिमोहन मिश्रा ने बताया कि कांग्रेस में उन्हें पूरा सम्मान मिला है। कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर की पार्टी है, लेकिन जामताड़ा में पूर्व सांसद फुरकान अंसारी और वर्तमान विधायक डॉ इरफान अंसारी की कार्यशैली से संगठन तार तार हो रहा है। उन्होंने अपने त्यागपत्र में लिखा है कि यह दोनों बाप बेटे मिलकर जामताड़ा जिला में कांग्रेस को अपनी जेबी संस्था बनाकर रखे हुए हैं। कहा कि यहां न तो संगठन को और न ही संगठन के पदाधिकारियों को ही महत्व दिया जाता है।
विधायक इरफान अंसारी पर के बारे में कहा कि वे भाई से ठेकेदारी और पिता से बिचौलियागिरी करवाते हैं। जो चमचागिरी करते हैं, उन्हें ही भाव मिलता है। उन्होंने साफ कहा कि जामताड़ा सहित पूरे संथाल परगना में पार्टी की दुर्दशा के जिम्मेवार दोनों बाप बेटे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जामताड़ा विधायक हिंदू और मुसलमान दोनों को ठगने का काम कर रहे हैं।
हरिमोहन मिश्रा के साथ जिला उपाध्यक्ष, जिला महासचिव, प्रखंड अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष आदि पदों पर आसीन कार्यकर्ताओं ने भी त्यागपत्र देकर भाजपा का दामन थाम लिया। भाजपा की सदस्यता लेने वालों में मुस्तफा अंसारी, विमल कुमार भैया, तारकेश्वर सिंह, बेबी पासवान, विक्रांत सिंह, असलम अंसारी, युवराज सिंह, विवेकानंद सिंह आदि शामिल हैं।