जमशेदपुर के कारोबारी रवि अग्रवाल की पत्नी ज्योति अग्रवाल हत्याकांड का पुलिस ने 72 घंटों के भीतर खुलासा करते हुए पति रवि अग्रवाल समेत अन्य अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस चौंकाने वाले खुलासे के बाद पूरा व्यवसाई वर्ग स्तब्ध है।पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया है।
घटना के संबंध में आज पत्रकारों से बात करते हुए सरायकेला-खरसावां एसपी मनीष टोप्पो ने बताया कि मृतका ज्योति अग्रवाल के पिता प्रेमचंद अग्रवाल ने बेटी की हत्या के बाद अपने दामाद रवि अग्रवाल के विरुद्ध षड्यंत्र के तहत ज्योति की हत्या करने का आरोप लगाया था। इस शिकायत के बाद चांडिल एसडीपीओ के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया।एसआईटी ने सावधानीपूर्वक मामले की जांच शुरू की। जांच के क्रम में पता चला कि मृतका का पति के साथ शादी के बाद से ही अनबन चल रहा था। आए दिन दोनों के बीच लड़ाई- झगड़ा होता था। इस कारण दोनों के बीच संबंध खराब चर रहे थे।
इसके बाद रवि अग्रवाल ने अपनी पत्नी हत्या करने की ठानी। इसक लिए उसने 16 लाख में मुकेश मिश्रा तथा उनके चार अन्य साथियों को पत्नी की हत्या की सुपारी दी। एसपी ने बताया कि ज्योति की हत्या करने की योजना पहले दो बार विफल रही।
इसके बाद से उन्होंने फिर से प्लानिंग की और निर्धारित योजना के अनुसार 29 मार्च को रवि अग्रवाल अपनी पत्नी और बच्चों के साथ बालिगुमा स्थित मिनी पंजाब होटल गया। वहां से खाना खाकर चांडिल थाना अंतर्गत कांदर बेड़ा एवं वेव इंटरनेशनल होटल के बीच एनएच 30 के किनारे उल्टी करने के बहाने अपनी कर खड़ा कर दिया। तय योजना के मुताबिक वहां मुकेश मिश्रा अपने तीन सहयोगियों के साथ वहां पहुंचा और ज्योति अग्रवाल की कनपट्टी पर गोली मारकर हत्या कर दी। उन्होंने बताया कि आरोपी ने अपराधियों को तीन लाख रुपए एडवांस दिए थे और बाकी पैसे काम होने के बाद देने की बात कही थी।
बताते हैं कि इससे पूर्व भी रवि अग्रवाल ने चार लाख रुपए में पत्नी की हत्या की साजिश रची थी। तब गंगटोक ले जाकर हत्या करने का प्रयास भी किया गया, लेकिन वहां वे असफल हुए।
पुलिस टीम में चांडिल एसडीपीओ सुनील कुमार रजवार, चांडिल इंस्पेक्टर अजय कुमार, चांडिल थाना प्रभारी वरुण यादव, चौका थाना प्रभारी बजरंग महतो, खरसावां थाना प्रभारी गौरव कुमार, कपाली ओपी प्रभारी सोनू कुमार, इचागढ़ थाना प्रभारी विक्रमादित्य पांडे व अन्य शामिल थे।
गौरतलब है कि विगत शुक्रवार को चांडिल थाना अंतर्गत कांदरबेड़ा के पास एनएच- 33 के किनारे जमशेदपुर के कारोबारी रवि अग्रवाल की पत्नी ज्योति अग्रवाल की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना के बाद पुलिस सक्रिय हुई। पुलिस ने गिरफ्तार अपराधियों पंकज कुमार साहनी, रोहित कुमार दुबे और मुकेश मिश्रा के पास से एक लोडेड देशी कट्टा, एक जिंदा कारतूस, रवि अग्रवाल के पास से दो स्मार्टफोन, रोहित कुमार दुबे के पास से एक स्मार्टफोन, मुकेश मिश्रा के पास से एक स्विफ्ट कार और दो स्मार्टफोन और पंकज साहनी के पास से एक फोन बरामद किया है।
अपनी कार में लगाया था रंगदारी मांगने का झूठा पर्चा
छह माह पूर्व भी रवि अग्रवाल ने पत्नी की हत्या का प्रयास किया था। इसके लिए उसने साजिश रची और अपनी ही गाड़ी में बाएं हाथ से एक पर्चा लिखकर सटा दिया और थाने में रंगदारी मांगने की शिकायत कर दी, ताकि जब हत्या हो तो पुलिस को लगे की रंगदारी को लेकर यह हत्या की गई। इस घटना में 5 अपराधी शामिल हैं। पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में सबसे पहले जमशेदपुर के सिदगोडा थाना अंतर्गत बाबूडीह लाल भट्ठा के रहने वाले मुकेश मिश्रा को हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसकी निशानदेही पर पंकज साहनी और रोहित कुमार को भी गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया गया कि घटना में सबसे पहले पंकज कुमार साहनी ने ही गोली चलाई, लेकिन मिस फायर हो गया। उसके बाद फरार अपराधी के द्वारा गोली चलाई गई जो ज्योति को लगी और उसकी मौत हो गई पुलिस फरार अपराधी को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है।